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मजदूर (कामगार) दिवस: ‘डॉ.भीमराव अंबेडकर मजदूरों की आवाज’- हरीराम जाट

मजदूर दिवस विशेष : मजदूर नेता के रूप में डॉ.भीमराव आंबेडकर ने ‘मजदूरों’ के लिए क्या-क्या किया! • जागो हुक्मरान न्यूज़ 1 मई को दुनिया मेहनतकश तबके की मेहनत को…

मृत्यु भोज (त्रयोदशी/तेरहवीं) एक समाजिक कुरीति नहीं हैं ये एक सामाजिक कलंक प्रथा है !!

इसके साथ साथ दूसरी और मौत हैं❓ • जागो हुक्मरान न्यूज़ मृत्यु भोज (त्रयोदशी/तेरहवीं) एक समाजिक कुरीति नहीं हैं ये एक सामाजिक कलंक प्रथा है !! इसके साथ साथ दूसरी…

पश्चिमी राजस्थान से मृत्युभोज बंद करने का अभियान गति पकड़ रहा है: मा. भोमाराम बोस

• जागो हुक्मरान न्यूज़ पश्चिमी राजस्थान से मृत्युभोज बंद करने का अभियान गति पकड़ रहा है! सदियों पुरानी कुरीति का अंत तय,समाज का युवा व जागरूक वर्ग परिवर्तन की ओर…

भारत के प्रत्येक नागरिक “पॉवरफुल” हैं संविधान की वजह से! : हरीराम जाट

परंतु वो “नशा (शराब),पैसा “में बिक जाता हैं। • जागो हुक्मरान न्यूज़ 25 जनवरी “मताधिकार” दिवस भारत का संविधान, भाग:15“वयस्क मताधिकार! अनुच्छेद: 326. लोक सभा और राज्यों की विधान सभाओं…

मैं चलूं, आप चलों हम सब मिलकर एक साथ चलें, इस बीमारी को जड़ से खत्म करें: गोपीलाल बौद्ध

• जागो हुक्मरान न्यूज़ Article– मृत्यु भोज एक भीषण अभिशाप इंसान स्वार्थ व खाने के लालच में कितना गिरता है इसका नमूना होती है। सामाजिक कुरीतियां ऐसे ही पीड़ा देने…

आसान नहीं है मंजिल पाना! घूँघट से बिकनी: मास्टर भोमाराम बोस

• जागो हुक्मरान न्यूज आसान नहीं है मंजिल पाना घूँघट से बिकनी हर किसी महिला के लिए कठिन परीक्षा है। लेकिन मोती उन्हीं को मिलते हैं जो गहरे पानी में…

“संविधान” ने भारत के लोगों को क्या दिया जरा मालूम कर लेते है ? – हरिराम जाट

• जागो हुक्मरान न्यूज़ “संविधान” ने भारत के लोगों को क्या दिया जरा मालूम कर लेते है? भारत का संविधान ने हमको क्या दिया है? ♦संविधान ने क्या दिया !…

सरकारी प्रावधानों की सहायता में देरी बनी ‘पीड़ा’: मास्टर भोमाराम बोस

• जागो हुक्मरान न्यूज़ समाज का बहुत बड़ा वर्ग खेतिहर,कमठा,खनिज मजदूर के रूप में कार्य करता आ रहा है। इनके पास जीविकोपार्जन के लिए अन्य कोई संसाधन नहीं होने के…

इतिहास के पन्नों में गुम देश की “पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका फातिमा शेख”: हरिराम जाट

• जागो हुक्मरान न्यूज़ इतिहास के पन्नों में गुम देश की “पहली मुस्लिम महिला शिक्षिका फातिमा शेख” जिन्होंने क्रांतिसूर्य ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के साथ मिलकर लड़कियों में 172…

बाबा साहेब और “हिंदू कोड बिल”: महिलाओं की दशा और दिशा सुधारने में मील का पत्थर बना एक कदम

• जागो हुक्मरान न्यूज़ डॉ. आंबेडकर का मानना था कि यदि महिलाएं संगठित हो जाएं, तो समाज को सही दिशा देने में अपना अहम योगदान दे सकती हैं-डॉ. आंबेडकर का…