Category: Poem’s JHN

कविता: ‘अपनी भाषा’ – प्रवीण दानोदिया

• जागो हुक्मरान न्यूज ~ अपनी भाषा ~ मायड़ भाषा आपणी, मत छोड़ो छिटकाय ।छूट गयी तो ना मिले , कीजै लाख उपाय।।भाषा नै बचावण री, सौगंध सब हि खाय।संस्कृति…

कविता: ‘क्यो मिनखा जन्म गवायो’

• जागो हुक्मरान न्यूज – क्यो मिनखा जन्म गवायो – अत्याचार पापी झूठों जगत भयोबेठत नहीं कोई साधु की संगतिक्यो मिनखा जन्म गवायो …….. कर कर तुन्हे कामकाज महल बणायोथारो…

कविता: ‘माना जिसे संविधान सभा ने, राजभाषा हिंदी’

• जागो हुक्मरान न्यूज माना जिसे संविधान सभा ने, राजभाषा हिंदी,,। सिंध शब्द से हिन्द बना है, हिंद शब्द से हिंदी,,।चमक रही है भारत के भाल पर, जैसे चमकती बिंदी,,संस्कृति…

काव्य रचना: राजस्थान का पंजाब

• जागो हुक्मरान न्यूज़ ~ राजस्थान का पंजाब ~ जब सांचौर बना जिला।लोगों का चेहरा खिला।। क्षैत्रफल 4500 वर्ग किमी।विकास की रफ्तार न धीमी।। यहां चार तहसीले है बड़ी।150 ग्राम…

काव्य रचना: बुढों के पास बैठा करो

• जागो हुक्मरान न्यूज बुढों के पास बैठा करो बैठा करों अपने बुढो के पास।वो तुम्हें बताएंगे बातें खास।। वे तुम्हें बताएंगे संस्कार।जिससे तुम होंगे पार।। एक दिन ये सब…

काव्य रचना: झंवताराम बामणिया

• जागो हुक्मरान न्यूज़ काव्य रचना बाड़मेर की सबसे बड़ी जिला अधिकारी।कलेक्टर साहिबा को नमन करें है जनता सारी।। धन्य हो मेडम डाबी टीना।इसे कहते है आराम से जीना।। पति…

कविता: नारी वेदना

• जागो हुक्मरान न्यूज़ मानवता मर मिटी मर मिटा इंसान।पूजने का ढोंग करे, बन बैठे महान।।एक पल देवी बना गुणगान करे, दूजे पल बना दे अबला।पल पल बहुरूपिया मानवता को…

कविता: मोबाइल की दुनिया, युवाओं की धुन – कपिल हेगड़े

• जागो हुक्मरान न्यूज़ मोबाइल की दुनिया, युवाओं की धुन एक जमाना था जब चिड़ियों को चहचहाट और बच्चों की किलकारी गांव की गलियों में गूंजती थी,आजकल मोबाइल की स्क्रीन…

कविता: हिंद प्रेम

• जागो हुक्मरान न्यूज़ ~ हिन्द प्रेम ~ है तमन्ना यही।बसयह जीवन मेराहिंद प्रेम में ।हिंदी में गीत गाते गाते गुजरे। है तमन्ना यही।बसयह जीवन मेरावंदे मातरम। वंदे मातरम।जैसे देश…