• जागो हुक्मरान न्यूज
– क्यो मिनखा जन्म गवायो –
अत्याचार पापी झूठों जगत भयो
बेठत नहीं कोई साधु की संगति
क्यो मिनखा जन्म गवायो ……..
कर कर तुन्हे कामकाज महल बणायो
थारो मनङो मोह माया मे मोहयो
मिनखा यह है द्वो दिन की सम्पत्ति
क्यो मिनखा जन्म गवायो ………
झूठे है सब रिश्ते नाते
झूठों रिश्तो के सन्ग तेरो मन मोहयो
सच्चा रिश्ता है गुरू जो राह बताय जीवन की
क्यो मिनखा जन्म गवायो ………
इण मिनखा झूठे जगत मे
क्यो नही गुरू बणायो
कहत कुलदीप सुणो संगत साथी
गुरुवर आरब दाश के चरणों मे शीश नमायो
क्यो मिनखा जन्म गवायो ……….
~ कुलदीप लालवानी, गांव- कृष्ण का तला (बाड़मेर), राजस्थान