• जागो हुक्मरान न्यूज

माना जिसे संविधान सभा ने, राजभाषा हिंदी,,।

सिंध शब्द से हिन्द बना है, हिंद शब्द से हिंदी,,।
चमक रही है भारत के भाल पर, जैसे चमकती बिंदी,,
संस्कृति सभ्यता की वाहक हैं,, भाषा हमारी हिंदी,,
पिरोती है एक सूत्र में,, बांध एकता के बंधन में,,
रंग रंगीले त्योहारों में,,
भरती रंग रसीले,,
दिलाती पहचान विश्व पटल पर, हिंदी भाषी मानस पटल पर,,
कवि मंच पर यूं गाते हैं,, हिंद वाणी सुनाते हैं,,
आज दिवस हिंदी का आया है, मेरे मन को भाया है,,।

सितंबर 14 आया है, हिंदी दिवस की याद दिलाया है,,
मातृभाषा है हमारी,, राजभाषा है हमारी,,
हिंदी प्यारी है दुलारी,, लोकतंत्र की है महतारी,,
हिंदी दिवस पर जाऊं बलिहारी,,
1949 को राजभाषा का पाया मान,,
तभी से शुरू हुआ हिंदी दिवस का गुणगान,,
देवनागरी लिपि है इसकी, हिंदी भाषा है हम सबकी,,
मिलकर बोलो, हिंदी है हिंदी है,, सबके दिलों में जिंदा है,,
कागज कलम से उतर कर,,
धरातल पर अब लाना होगा,,।

हिंदी पढ़ना हिंदी लिखना,
हिंदी भाषा में करना बात,,
दिवस आज को मानो मेरी एक बात,,।

~ रचनाकार अध्यापक प्रकाश चंद्र मेघवाल, गरदाना

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