■ प्रयास संस्थान की ओर से नगर श्री सभागार में हुआ विवेक दीप, डिंपल व जय की काव्य कृतियों का विमोचन

• जागो हुक्मरान न्यूज़

चूरू | किसी भी देश और समाज की सर्जनात्मक ताकत युवा शक्ति है। युवा शक्ति का विचार पक्ष अगर सकारात्मक होगा तो वह देश रचनात्मक होगा और नित्य प्रगति के सोपान तय करेगा। यह सामान्य-सा पहलू है और सर्वज्ञात है कि मनुष्य स्वयं ही अपने भाग्य का विधाता एवं निर्माता होता है, ऐसे में समस्त क्रियाकलाप ही उसके वर्तमान होते हैं।

उक्त विचार जिला कलेक्टर सांवरमल वर्मा ने स्थानीय नगर श्री सभागार में प्रयास संस्थान की ओर से शुक्रवार को आयोजित पुस्तक विमोचन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। वर्मा ने कहा कि युवापन से ही साहित्य की समझ और कृतियों का आना निस्संदेह साहित्य क्षेत्र में चूरू के लिए गर्व का विषय है। समारोह में जिला कलेक्टर सांवरमल वर्मा ने झारिया चूरू के युवा कवि विवेक दीप के कविता संग्रह ‘बूंद-बूंद अनुराग’, भोजाण राजगढ़ की युवा कवयित्री डिंपल राठौड़ की काव्यकृति ‘कहीं मेरा जिक्र न था’ और चूरू के जय वाधवानी की कविता पुस्तक ‘मुसाफिर ! ठहर जा’ का विमोचन किया। विमोचित कृतियों पर साहित्यकार भंवरलाल महरिया, देवकरण जोशी दीपक व मोहन सोनी चक्र ने पत्रवाचन किए।

बूंद बूंद अनुराग के पत्र वाचक ने कहा ये रचनाएं दर्शन से गहरा संबंध रखती है।कवि प्रकृति में डूबकर इससे संवाद करता है। मंजू शर्मा हिंदी विभागाध्यक्ष लोहिया महाविद्यालय चुरू ने कवि के विषय चयन सराहना की और प्रकृति को अपने आप में परिपूर्ण बताया।

कृति विमोचन के बाद युवा कवियों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि रचाव का यह मार्ग उनका अपना है और अभिव्यक्ति के तमाम रास्ते अभी उन्हें और तय करने हैं। जरूरत है कि अभिभावक और समाज युवा शक्ति को समर्थन और प्रोत्साहन दें। समारोह की विशिष्ट अतिथि राजकीय लोहिया महाविद्यालय की हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. मंजु शर्मा ने कहा कि देखा, भोगा और महसूस किए गए को लिखने का कौशल युवा पीढ़ी में प्रगट करने का भाव जागना अंचल केलिए सुखद है। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि सोशल नेटवर्किंग और बदलते वातावरण के बीच से कुछ युवा निखरकर साहित्य में आ रहे हैं।

समारोह अध्यक्ष और राजकीय दीनदयाल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. महेश मोहन पुकार ने कहा कि साहित्य ही उम्मीद का वह पक्ष लिए है जो कि समाज की विद्रुपता, विसंगति और भेदभाव को बारीकी से अंकित कर सकता है। युवामन की अपनी प्राथमिकताएं होती हैं परंतु मानवीय पक्ष के हक में खड़ा होना सबसे पहली प्राथमिक होनी चाहिए।

प्रारंभ में प्रयास संस्थान के अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण ने स्वागत उद्बोधन दिया और कहा कि अपने तथा अपने संपर्कों के बूते पर स्वयं खड़े हुए ये युवा बानगी हैं कि आज भी जो कोई अपने रास्ते पर चल पड़ता है, उसके पथ के राही बनते चलते हैं। जरूरत भर है कि वह आगे आए। यह समय बदला है और बदले समय में घर से निकालकर प्रोत्साहन की राह दिखाने की पुनीत भावना निरंतर क्षय को प्राप्त हुई है। आज जब सभी हर किसी को सीढियों भर इस्तेमाल करने पर आमादा है तब इन युवाओं का आगे आना सुखद है।

समारोह में वरिष्ठ नेता रियाजत अली खान, सुनील मेघवाल झारिया, जयसिंह पूनिया, ओमप्रकाश तंबर, नगरश्री सचिव श्यामसुंदर शर्मा, किशन वाधवानी, ओमसिंह राठौड़, केआर पाटवाल, अशोक डूडी गाजसर, उषा कंवर, मनराज कांटीवाल ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। समारोह में पत्रकार नरेंद्र शर्मा, आशीष आशु, साहित्यकार राजेंद्र सिंह शेखावत, मोहनलाल अर्जुन, समाजसेवी अमर मोरानी, रविप्रकाश दाधीच, बेगराज खरींटा, दयापाल पूनिया, एडवोकेट रमेश सोनी, बुधमल सैनी, पूजा सैनी, नवीन माहिच की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम का मंच संचालन साहित्यकार उमेद गोठवाल ने किया।

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