• जागो हुक्मरान न्यूज़
जोधपुर | जीत शिक्षा सेवा संस्थान राजस्थान के द्वारा आयोजित प्रतिभा एवं उत्कृष्ट शिक्षक सेवा सम्मान समारोह- 2023 का कार्यक्रम 15 जून 2023 को राम स्नेही विद्यालय बालेसर संस्था में रखा गया जिसमें मुख्य अतिथि NCC के CO कर्नल डॉ बलदेव सिंह “मानव” रहे। मुख्यवक्ता वीराराम भुरटिया, (बाड़मेर ) अध्ययन गोद योजना जनक, सामाजिक चिंतक, लेखक एवं प्रदेश महासचिव राजस्थान मेघवाल परिषद, राज.थे।
अतिथिगणों में श्रीमती सीमा शर्मा सीबीईओ बालेसर, श्रीमती मंजु शर्मा, उत्कृष्ट शिक्षक धर्माराम सेजू, राजेश परमार, पुखराज मूलू, मनोहर कडेला, कालू खान, जीवन शर्मा, विक्रम पूनिया, गोरधन कुमावत, रेवंतराम दर्जी, मोतीलाल गर्ग, मोहन लाल बौद्ध, राजीव प्रसाद HDFC प्रबंधक जोधपुर, राधेश्याम पंचारिया PNB के प्रबंधक, कैप्टन सी आर. नायक, सूबेदार अचलाराम , समाज सेवी लिखमा राम लीलावत LIC अभिकर्ता ज्योति देवपाल, गंगा राम, बहुजन एकता मंच पाटोदी के अध्यक्ष वागा राम गर्ग, आरएमपी ब्लॉक अध्यक्ष पाटोदी सोहन लाल परिहार, ठेकेदार चंपालाल वीराच, पार्षद कैलाश सोनी, न्यू टेक लाइब्रेरी के संचालक देव बिड़ला, संस्कार लाइब्रेरी के संचालक प्रकाश गहलोत, राम स्नेही स्कूल के संचालक छगन लाल जी सांखला आदि गणमान्य लोगों की गरिमामय उपस्थिति रही।
समारोह के मुख्य वक्ता बतौर शिक्षाविद भुरटिया सर ने अपने उद्धबोधन में बताया कि शिक्षा से ही व्यक्ति अपने जीवन में सर्वागीण उन्नति एवं आमूलचूल परिवर्तन ला सकता हैं। प्रत्येक परिवार में होनहार प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं हैं, अगर कमी हैं तो उन्हें सुअवसर देते हुए उन्हें तरासने की जरूरत हैं।
बच्चों को आगाह करते हुए बोला कि आज के प्रतियोगी युग में प्रतिस्पर्धा बहुत बड़ी चुनौती हैं। विद्यार्थी स्वीकार करें और समय का सदुपयोग करते हुए कठोर परिश्रम, एकाग्रता, निरन्तर लग्न, भौतिकता से दूर रहते हुए आत्मविश्वास के साथ अपने लक्ष्य को भेदकर गोल करना चाहिए।
आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवार के प्रतिभावान बच्चों को उच्च शिक्षा का अवसर मिलना चाहिए। इसके लिए अध्ययन गोद योजना से जोड़कर लाभान्वित करना चाहिए जिससे वे शिक्षा बीच में न छोड़े इसके लिए “पे बैक टू सोसायटी” को प्रार्थमिकता दी जानी चाहिए। डॉ. भीमराव अंबेडकर ने अपने तीन आदर्श में शिक्षित बनों को प्रथम स्थान देकर शिक्षा की अनिवार्यता को दर्शाया हैं।
शिक्षा को महत्व देते हुए आज इस कार्यक्रम में सर्वसमाज से 501 विद्यार्थियों को पुरस्कृत करने के लिए डॉ. लीलावत जी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल बी.एस. मानव जी ने अपने उद्धबोधन में बताया कि शिक्षा शेरनी का दूध हैं जो पियेगा वह दहाड़ेगा शिक्षा बहुत कीमती खजाना हैं इसमें न हिस्सेदारी होती न कोई चुरा सकता हैं, कर्नल सर ने
मातृ शक्ति से सादर पूर्वक आह्वान किया की आभूषण बनाने से ज्यादा अपने बच्चों की शिक्षा पर खर्च करो, शिक्षा में निवेश करो जिससे आपके बच्चे काबिल बने।जब तक लोग पाखण्ड व अंधभक्ति में डूबे रहेंगे तो समाज व देश की तरक्की असम्भव हैं। मेरा विद्यार्थियों से आग्रह रहेगा कि इस देश में सबसे बड़ा और शक्तिशाली ग्रंथ हैं भारतीय संविधान इसके लिए बाबा साहब के हम सदैव ऋणी रहेंगे।
रामसनेही स्कूल के संचालक छगन लाल सांखला ने बोला कि NEET में चयनित और बोर्ड परीक्षा में उच्च अंक लाने वाले विद्यार्थी ने काफी संघर्ष किया हैं। विज्ञान और वाणिज्य वर्ग का महत्व बताते हुए अपने विद्यालय बालेसर की शिक्षण व्यवस्था एवं कार्यशैली पर प्रकाश डाला।
जीत शिक्षा सेवा संस्थान राजस्थान के संस्थापक व अध्यक्ष डॉ. प्रताप लीलावत ने शिक्षा के साथ ज्यादा मानवीय संवेदना और नैतिक मूल्यों से युक्त गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने की अभिभावक और शिक्षकों से आग्रह किया। आपने मंचासीन अतिथियों के द्वारा जीत शिक्षा सेवा संस्थान राजस्थान का पोस्टर विमोचन करवाया। जिनमें भुरटिया सर के दो आलेख “पे बैक टू सोसाइटी”, एवं अध्ययन गोद योजना और कर्नल डॉ. मानव सर का आलेख “शिक्षा का महत्व” , तथा डॉ. लीलावत जी का “मानवीय संवेदना” आलेख लिपिबद्ध किए गए हैं और साथ ही 5 ब्लॉक स्तर में निजी और सरकारी विद्यालय की बोर्ड परीक्षा में छात्र और छात्रा ने प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थियों को गृह जिले जोधपुर की शैक्षिक यात्रा की घोषणा की और NCC के CO कर्नल डॉ बलदेव सिंह जी मानव से 100 बालिका को सम्पूर्ण भारत की शैक्षिक यात्रा और डिफेंस प्रशिक्षण में सहयोग करने का आश्वासन दिया हैं।
भामाशाहों की सकारात्मक पहल के कारण प्रतिभा सम्मान समारोह की तमाम व्यवस्था सुव्यवस्थित प्रायोजित की गई जिसका नजारा देखकर अतिथियों ने मुक्त कंठ से दानवीरों की प्रशंसा की।
अंतिम कड़ी के रूप में डॉ. लीलावत जी ने समारोह में पधारे अतिथियों, भामाशाहों, समाजसेवी, रासनेही स्टाफ का हार्दिक आभार व्यक्त किया। प्रतिभाओं को भरोसा दिलाया कि आप शिक्षा में परश्म लहराते रहे, हम सबका स्नेह एवं आशीर्वाद आपके साथ हैं। शांति पूर्व और सौहार्द पूर्ण वातावरण में समारोह सम्पन्न हुआ।