• जागो हुक्मरान न्यूज़
नसीराबाद | राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राजस्थान राज्य का प्रथम अधिवेशन – 2022 में मुत्युभोज (नुक्ता) नही करने पर मोड़ी गांव के हरीराम जाट को राज्य स्तर पर किया सम्मानित। (मिशन स्कूल, नसीराबाद) नसीराबाद के निकट ग्राम पंचायत मोड़ी गांव के हरीराम जाट को अपने पिताजी की कुछ समय पहले मुत्यु हो गई है जो समाज वालों ने हरीराम पर बहुत दबाव डाला गया था। और जाट ने कहा कि मृत्युभोज एक सामाजिक कुरीति एवं अभिशाप है। किसी व्यक्ति का सामयिक या असामयिक निधन होना उस परिवार के लिए गहरा आघात होता है । दुःख की इस घड़ी में शोक संतृप्त परिवार के साथ खड़ा होना और उन्हें ढांढस बंधाना सभी का दायित्व है। परंतु इस अवसर को एक उत्सव के रूप में मनाया जाना, सभी को आमंत्रित करना एवं मिठाइयाँ बनाकर लोगों को खिलाया जाना नितांत गलत है। केवल यहीं तक ही नहीं अपितु अफीम की मनुहार जहरीली एवं दानवरूपी प्रथा है जो एक तरफ तो उस परिवार पर आर्थिक बोझ बन जाती है वहीं यह जाजम अफीमचियों की शरण स्थली बनने के साथ-2 युवा पीढ़ी को भी इसकी चपेट में ले रही है।
इस अवसर पर मा. मघाराम हाथला, सीईसी सदस्य एवं प्रदेश अध्यक्ष बामसेफ, राजस्थान उद्घाटक – मा. सुमेर सिंह चौधरी (प्रदेश अध्यक्ष, चौधरी कुम्भा राम आर्य फाउंडेशन राजस्थान, जयपुर) मुख्य अतिथि – आयु. डॉ. सुधा चौधरी (विभागाध्यक्ष दर्शनशास्त्र, मोहन लाल सुखाडिया विश्व विद्यालय, उदयपुर) अतिविशिष्ट अतिथि- मा. डा. नरेश पटेल (संयोजक ओबीसी अधिकार मंच, बांसवाड़ा ) मा. प्रो. एस. के. बैरवा (प्रोफेसर एमजीएसयू, अजमेर) मा. देवीलाल पाटीदार (जिलाध्यक्ष, ओबीसी अधिकार मंच, डूंगरपुर ) अध्यक्षता – मा. चौधरी विकास पटेल, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा थे।
इस अवसर पर मुख्य विषय:-
- ओबीसी की जाति आधारित जनगणना।
- फूले, शाहू, पेरियार, ललई यादव की विचारधारा पर चर्चा।
- ओबीसी पर होने अत्याचार रोकने के लिए ओबीसी एट्रोसिटी प्रीवेंशन एक्ट जरूरी है।
- पिछड़े वर्ग को वास्तविक मुद्दों से भटकाकर हिन्दू के नाम पर इस्तेमाल करने के लिए हिन्दू-मुसलमान विवाद खड़ा करना।
- मण्डल कमीशन की पूरी रिपोर्ट लागू न करना ओबीसी समाज के साथ धोखा कर रहे हैं।
सम्मेलन में रामदेव जाट (राष्ट्रीय किसान महासभा), महावीर (बामसेफ सक्रिय कार्यकर्ता, दिलवाडी, नसीराबाद), ओमप्रकाश वर्मा (जिला अध्यक्ष बामसेफ, अजमेर), अमित बिदावत नसीराबाद, हेमराज मेघवंशी, नसीराबाद शोभाराम जाट, हरीराम पूनिया हरिकिशन चौधरी, गणेशी लाल गुर्जर, अशोक, ग्रवित, जगदीश मौजूद थे।