• जागो हुक्मरान न्यूज़
जयपुर | राजस्थान सरकार के खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बताया कि राज्य में खाद्य सुरक्षा योजना के तहत प्राप्त आवेदनों के निस्तारण की प्रक्रिया 16 सितम्बर 2022 से प्रारम्भ की जा रही है।
खाचरियावास मंगलवार को यहां सचिवालय में आयोजित खाद्य विभाग के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। खाचरियावास ने बताया कि एनएफएसए की पात्रता सूची में नाम जुड़वाने के लिए प्राप्त आवदेन पत्रों की जांच एवं समयबद्ध निस्तारण के कार्य का प्रभावी पर्यवेक्षण करने के लिए जिला कलेक्टरों को निर्देश दिये गये है। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा योजना के तहत आवेदनों का निस्तारण किये जाने लिए संबंधित क्षेत्र के उपखण्ड अधिकारियों को प्राधिकृत अधिकारी बनाया गया है।
खाचरियावास ने बताया कि योजना के तहत प्राप्त आवेदन पत्रों के निस्तारण के दौरान कमी पूर्ति के लिए सेंड बैक किये गये आवेदन में आवेदक द्वारा कमी पूर्ति 30 दिवस में किया जाना अनिवार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि खाद्य सुरक्षा योजना के आवेदन पत्रों की पूर्ण जांच प्राधिकृत अधिकारी द्वारा की जायेगी तथा आवेदन पत्र पूरी तरह से सही पाये जाने पर ही आवदेक का नाम जोड़नें का निर्णय किया जायेगा। योजना के तहत आवेदक द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज साक्ष्य या स्वघोषणा पर किसी प्रकार सन्देह होने पर प्राधिकृत अपीलीय अधिकारी संम्बधित विभाग से जांच करा सकेगा और सतुष्ट होने के पश्चात ही नाम जोड़ने की कार्यवाही की जायेगी।
खाद्य मंत्री ने बताया संबन्धित प्राधिकृत अधिकारी का दायित्व आवदेन पत्र व उसके साथ संलग्न प्रमाण पत्र. की पूरी तरह से जांच करने तक ही सीमित है। यदि आवेदक द्वारा गलत तथ्य प्रस्तुत कर खाद्य सुरक्षा में नाम जुड़वाने का प्रकरण सामने आता है तो ऐसे आवेदक का नाम निरस्त करते हुए उसके विरूद्ध नियमानुसार वसूली सहित कानूनी कार्यवाही की जायेगी।
खाचरियावास ने सम्बन्धित प्राधिकृत अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये है कि वे यह भी सुनिश्चित करे कि एक ही ई मित्र पर भारी संख्या में या एक ही इलाके से ब्लाक में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के आवेदन पत्र प्राप्त होते है तो विशेष सावधानी बरतते हुए जांच कर निस्तारण करें।
बैठक में खाद्य सचिव आशुतोष ऐ.टी. पेडणेकर, अतिरिक्त राजस्थान खाद्य एवं नागरिक आर्पूित निगम के प्रबन्ध निदेशक प्रताप सिंह, खाद्य आयुक्त कालूराम, उपायुक्त रामस्वरूप सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।