• जागो हुक्मरान न्यूज़
मोबाइल की दुनिया, युवाओं की धुन
एक जमाना था जब चिड़ियों को चहचहाट और बच्चों की किलकारी गांव की गलियों में गूंजती थी,
आजकल मोबाइल की स्क्रीन की चमक और उंगलियों के स्क्रॉल करने की आवाज ही सुनाई देती है।
पुराने जमाने में खेल थे आंगन के, गुड़िया – गुट्ठा व खिलौने थे सखी के ।
कच्चे धागों से पतंग उड़ाते थे, दोस्तों संग हंसी – मजाक के गीत गाते थे।
आजकल मोबाइल की दुनिया है सबको प्यारी,
छोटे – बड़े सबके हाथ में है यह यारी।
स्कूल जाते, घर जाते हर वक्त साथ रहता इसकी चमक में सारी दुनिया बस यही दिखता है।
सूर्योदय से पहले खुलते नयन, पहले झांक देखूं मोबाइल की स्क्रीन।
संदेशों की झड़ी, लाइक्स की बौछार, इस डिजिटल दुनिया में खो गया परिवार।
इंटरनेट की लहरों में खोए रहते है,
फेसबुक – इंस्टाग्राम पर घंटों समय देते हैं।
टिक – टॉक वीडियो बनाते नाचते है, पर सच्चे रिश्तों को भूल जाते हैं।
पढ़ाई छूट गई किताबें भूल गई,मोबाइल की दुनिया सबको लूट गई ।
दोस्तों से मिलना अब ऑनलाइन हुआ, दिल को बातें बस इमोजी में बयां।
माता – पिता की बातें अनसुनी कर देते है, अपनी जिद पर अड़े रहते है।
समझते ही नहीं मोबाइल का असर क्या है?
जिंदगी वही हैं लेकिन सफर नया है।
घर में बैठे सब व्यस्त, मोबाइल स्क्रीन है सबकी प्रियतम।
परिवार से दूरियां बढ़ती जा रही है, अकेलेपन की आग जलती जा रही है।
काम पर बैठे ध्यान भटकता, मोबाइल की कॉल मन को लुभाता।
गेमिंग का भूत सिर चढ़ जाता, समय का ध्यान कहीं खो जाता।
खेल छूट गया किताबें रख दी, मोबाइल की गैलरी में तस्वीरें भर दी।
एकाग्रता गायब धैर्य भी छूटा, हर पल सेल्फी का शौक, जिंदगी ने लूटा ।
है मोबाइल उपयोगी, इस बात में कोई शक नहीं,
ज्ञान का भंडार है इसकी झोली में भरपूर लेकिन लत हमें घेर रही है, जिंदगी धीरे – धीरे मर रही है।
सचेत हो जाओ युवा पीढ़ी मोबाइल की चकाचौंध में मत खो जाना।
खेलो, पढ़ो, हंसो – गाओ, इस अनमोल जीवन को व्यर्थ न गंवाओ ।
~ कपिल हेगड़े
(undergraduation student in science stream)
पता- बाड़मेर, राजस्थान
मो. नं. – 9166799010