• जागो हुक्मरान न्यूज़

लिखमाणी मकवाना परिवार के व्यौवृद्ध दिवंगत तगाराम जी मकवाना निवासी भीमनगर, धोरीमना का 85 वर्ष की उम्र मे शुक्रवार 29 मार्च 2024 को हृदय गति रुक जाने से देहान्त हो गया था।

दिवंगत तगाराम जी के कुल आठ बेटों में बड़े बेटे दयाराम मकवान बाड़मेंर जिला परिषद सदस्य एवं अन्य सात बेटों में खंगारराम, भेराराम, पाताराम, हेमाराम, राणाराम, रेशमाराम, भारमलराम सभी ठेकेदारी, कृषि कार्य के साथ अपने अपने व्यवसाय में लगे हुवे है पूरे परिवार की शिक्षा के साथ-साथ राजनैतिक एवं सामाजिक रूप से धोरीमना क्षेत्र मे अच्छी पहचान है।
आज राजस्थान मेघवाल परिषद बाड़मेर की टीम ने उनके निवास स्थान भीमनगर, धोरीमना जाकर शौक संतप्त परिवार जनों को सांन्तवना दी।

बैठक में परिवार जनों से वार्ता के दोरान दिवंगत तगाराम जी के बड़े पुत्र दयाराम जी एवं परिवार जनों मे फगलुराम, नागजी, कौशलाराम, शंकराराम, गुणेशाराम, पांचाराम, लूणाराम एवं समधी खानाराम पातलिया रतनपुरा ने बताया कि हम लोग सरकारी बंधन एवं सामाजिक संगठनों के आग्रह पर रूढीवादी परम्परा मृत्यु भोज को दरकिनार करते हुवे बाहरवें पर मेहमानों के लिए साधारण भोजन ( दाल-रोटी ) ही बनायेंगे।

आज इनके निवास स्थान पर जाने पर खास बात जो देखने को मिली वह यह कि अफीम, डोडा, बीड़ी, सिगरेट आदि की मनुहार बिलकुल नहीं थी जो तारीफे काबिल है और मकवाना परिवार इसके लिए धन्यवाद का पात्र है।
इस क्षेत्र के प्रतिष्ठित मकवाना परिवार द्वारा लिए इस प्रेरणादायी निर्णय से समाज मे नई चेतना एवं जाग्रति आयेगी जिससे मृत्यु भोज जैसी कुरीति में होने वाले लाखों रूपयों की बचत होगी जो शिक्षा एवं विकास कार्यों में खर्च होगी।

आज बैठक मे उपस्थित आरएमपी बाड़मेर के संरक्षक मघाराम मेघवाल पूर्व प्रबन्धक, भारतीय खाद्य निगम, जिलाध्यक्ष तगाराम खती, वैरसी राम वैंकट, भलगांंव, कृष्णलाल बृजवाल, हेडकॉस्टेबल, अरविन्द कुमार गढवीर गौहड़ का तला मकवाना परिवार के इस सामाजिक निर्णय की प्रशंसा करते हुवे विश्वास व्यक्त किया कि अब हमारे समाज में मृत्यु भोज जैसी कुरीति जो मुँह खोले खड़ी है जिससे हजारों परिवार बर्बादी के कगार पर चले गये हैं इससे छुटकारा मिलेगा।

~ तगाराम खती
जिलाध्यक्ष: राजस्थान मेघवाल परिषद (बाड़मेर)

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