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बालोतरा | डॉ. अम्बेडकर शिक्षा साहित्य एवं शोध संस्थान एवं भारतीय स्वाभिमान परिषद के संयुक्त तत्वावधान में भारतीय संविधान दिवस स्वाभिमान सभा भवन बालोतरा में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करके मनाया गया इस अवसर पर कार्यक्रम में राष्ट्रीय मूलनिवासी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ताराराम मेहना ने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माण की प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ भीमराव आंबेडकर ने दो वर्ष ग्यारह माह और अठारह दिन के अथक प्रयास से आज के इस अनुपम कृति का निर्माण हुआ उस समय भारतीय संविधान के निर्माण के समय एक एक शब्द पर चर्चा करके बहुमत से पारित करके उसे लिखा गया और अनुच्छेदों का निर्माण किया गया जब हम संविधान की चर्चा करते हैं तो हमारे संविधान निर्माताओं की झलक हमारे सामने आती है भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर का योगदान अविस्मरणीय है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. अम्बेडकर शिक्षा साहित्य एवं शोध संस्थान के अध्यक्ष भैरूलाल नामा ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाते हुए कहा कि भारतीय संविधान एक कानूनी दस्तावेज नहीं है यह प्रत्येक भारतीय के जीवन जीने की पद्धति है भारतीय संविधान जाति के आधार पर काम को नकारते हुए व्यक्ति को योग्यता के आधार पर काम करने के लिए अधिकार देता है। इस अवसर पर इंटरनेशनल वेलनेस कोच भंवरलाल प्रजापत ने कहा कि आज हम जो खुले वातावरण में सांस ले रहे हैं वो भारतीय संविधान की देने है। आज भारतीय संविधान प्रत्येक भारतीय को स्वस्थ जीवन जीने का अधिकार देता है परन्तु पौष्टिक और शुद्ध खान पान नहीं होने के कारण व्यक्ति बीमार होता जा रहा है और अशुद्ध मिलावटी खान पान से व्यक्ति मोटापे का शिकार होता जा रहा है जो व्यक्ति अनेक बिमारियों से ग्रस्ति कर रहा है इससे सावधान होने की जरूरत है और बीमार होने से पहले व्यक्ति के जीवन में आज के समय में वेलनेस कोच की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है। जिससे व्यक्ति बीमार ही नहीं हो।

इस अवसर पर एडवोकेट डूंगरसिंह नामा ने संस्थान एवं परिषद के इतिहास और आगामी कार्ययोजना की जानकारी देते हुए कहा कि हमें अपने आप को कैसे काबिल बनाना है उस बारे में सोचना चाहिए भारतीय संविधान दिवस मनाना तब ही सार्थक होगा जब हम हमारे अधिकारों के साथ कर्तव्यों का पालन करेंगे हमें अपने आप को स्वस्थ रखते हुए एक सशक्त भारत का निर्माण करना होगा वो तब ही संभव है जब हम भारत के प्रत्येक नागरिक तक स्वस्थ शिक्षा और रोजगार पहुंचाएंगे परन्तु ऐसा हो नहीं रहा है कुछ लोग भोजन की अधिकता के कारण मोटे हो रहें हैं और कुछ भोजन की कमी के कारण दुबले होकर कुपोषण के शिकार हो रहे हैं स्वस्थ की जिम्मेदारी सरकार के साथ साथ हमारे खुद की भी है इस अवसर पर विमला बृजवाल ने कहा कि भारतीय संविधान अधिकार वंचित लोगों को अधिकार देता है परन्तु आज की स्थिति में संविधान पूर्ण रूप से अमल में नहीं लाया जा रहा है। डॉ जी आर भील ने कहा कि भारतीय संविधान दिवस आज पूरे भारत में मनाया जा रहा है भारतीय संविधान बनने की बाद विश्व के बहुत से देशों ने भारतीय संविधान की नकल करके अपने देश का संविधान बनाया है जब हम ऐसे सुनते हैं तो हमें गर्व होता है कि बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर ने हमें एक अनुपम कृति दी है जो विश्व का प्रदर्शन कर रही है।सांवलराम गुगरोट लालचंद राणावत ने कहा कि भारतीय संविधान की जानकारी तब ही हो पाएंगी जब हम शिक्षित होंगे हमें शिक्षा के साथ साथ तकनीकी शिक्षा पर जोर देना चाहिए। लक्ष्मण लोहिया व पूर्व पार्षद रामचंद्र डांगी ने कहा कि हमें अंधविश्वास सामाजिक कुरीतियां को त्याग कर शिक्षा की ओर बढ़ना चाहिए।

इस अवसर पर कृष्ण कुमार जांगीड़, उतमाराम भील चेतन राणा, गुलाराम पन्नू, जगदीश हिदाल , वेलनेस कोच हनुमान राम मेहरा ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर करीब सौ संविधान की प्रतियां देकर कार्यकर्ताओ का बहुमान किया गया। इस अवसर पर वागाराम गर्ग, मालती बौद्ध सम्पत राणा, रमेश सांसी दलाराम गढवीर, चम्पालाल विराच, केशाराम मेघवाल , चन्द्र प्रकाश गोलियां, गोरखाराम बोस मांगीलाल बोस, बंशीलाल थापन, रमेश राणा, लालाराम गादेसरा, प्रकाश मंडावला, बाबूलाल सोलंकी, पारस भाटी सोना दायमा, मगी परिहार, जमना राणावत, नरपत नामा, मिनाक्षी टाक, सुशील बारूपाल, डिम्पल, कमला नामा, पुष्पा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता की उपस्थिति में संविधान दिवस मनाया। सबसे पहले संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम का संचालन भारतीय स्वाभिमान परिषद के प्रदेश संयोजक गोविंद भारतीय ने किया आभार ढलाराम पंवार ने व्यक्त किया।

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