• जागो हुक्मरान न्यूज
जयपुर | नालंदा फाऊंडेशन मरुधरा जयपुर के तत्वावधान में रविवार को ‘नालंदा विहार व शैक्षणिक संस्थान’ का शिलान्यास कार्यक्रम व 75 वे संविधान दिवस के उपलक्ष मे समारोह’ आयोजित हुआ। दीप प्रज्वलित व उद्धघाटन भिख्खु लोक पाल नाग भरतपुर व संस्थापक बृज फाऊंडेशन मथुरा ने किया, त्रिशरण पंचशील दिया। मुख्य अतिथि के.सी .घुमरिया रिटायर्ड आईआरएस तथा प्रदेशाध्यक्ष अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद (राज) थे।
विशिष्ट अतिथि घनश्याम लाल राव रिटायर्ड मुख्य अभियंता, बी एल भाटी अधीक्षण अभियंता , हरीश धनदे पुत्र रुपाराम धनदे जैसलमेर, भगवान सहाय जाटवा उपनिदेशक कृषि विपणन विभाग राज, गोपाल केशावत पूर्व राज्य मंत्री, चांद मल काला प्रदेशाध्यक्ष भारत स्वाभिमान मंच राज, सीताराम स्वरूप संयुक्त निदेशक व कार्यालयाध्यक्ष जन आधार प्राधिकरण राज. थे। सभी अतिथियों का साफा व पंचशील पट्टी द्वारा स्वागत संस्था पदाधिकारी देवदत्त बौद्ध, अमित बुद्ध प्रिय, ललित किशोर, आनंद फुलुके, रामदेव बौद्ध, विनय बौद्ध, सुरेन्द्र सिह नारोलिया ने किया।
स्वागत भाषण मदन लाल दूदवाल ने दिया प्रोजक्ट की जानकारी देते हुए सभी का अभिनंदन किया। एक लाख, पचास हजार व पच्चीस हजार दान देने वालो सम्मानित किया। बी एल भाटी पूर्व अधीक्षण अभियंता ने संविधान के प्रस्तावना का वाचन किया। हरीश धनदे ने बच्चों की केरीयर काउन्सलिंग पर जोर दिया। घनश्याम लाल राव साहब ने कहा कि शिक्षा पर रचनात्मक कार्य हो। सीताराम स्वरुप ने सवैधानिक प्रावधानों का उल्लेख करते हुए ई लाईब्रेरी मे कंप्यूटर आदि की घोषणा की। के सी घुमरिया ने कहा कि समाज सेवा करना सबसे मुश्किल कार्य है, हमें गरीब वंचित बच्चों को शिक्षा, रोजगार, स्कील्ड शिक्षा देने चाहिए और अधिकतम मदद इस प्रोजेक्ट मे करेगे जिससे युवा पीढी की मदद हो सके, अन्य अतिथि ने इस रचनात्मक कार्यों की प्रसंशा की।
नालंदा फाउंडेशन मरुधरा के तत्वावधान में लाइब्रेरी व बौद्ध विहार के शिलान्यास कार्यक्रम बिंदायका जयपुर में फाउंडेशन द्वारा डॉ. निरंजन चिरानिया झुंझुनू हाल चूरू को लाइब्रेरी निर्माण में 25000 रूपये का सहयोग देने पर सम्मानित किया गया। सभी अतिथियों ने अपने कर कमलों से नींव का पत्थर रखकर शिलान्यास भिख्खु संघ के सानिध्य में मंगलकामनाएं सहित हुआ तथा कल से ही निर्माण कार्य शुरू करके संस्थान के उद्धघाटन की अग्रिम मंगलकामनाएं दी। मंच संचालन एडवोकेट रघुनाथ बौद्ध महासचिव ने किया व सभी का धन्यवाद दिया।