• जागो हुक्मरान न्यूज़
चौमूं/जयपुर | हैड कांस्टेबल स्व. बाबू लाल बैरवा आत्महत्या मामले में मंगलवार को गृह सचिव आनंद कुमार की अध्यक्षता में परिवारजन एवं प्रशासन के बीच सफल वार्ता हुई। इस बैठक में प्रशासन की तरफ से एडीजी राजस्थान यूआर साहू, एसीबी क्राईम के डीजीपी रवि प्रकाश महरड़ा, डीजीपी (Intelligence) संजय अग्रवाल, एसीपी कुंवर राष्ट्रदीप, एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़, स्व. बाबू लाल बैरवा की धर्मपत्नी, बच्चे सहित अन्य परिवारजनों और संघर्ष समिति का डेलीगेशन उपस्थित रहा।
वार्तालाप के बाद निम्न मांगो को लेकर सहमति बनी:
- एडीजी क्राइम दिनेश एमएन के नेतृत्व में बनी SIT इस मामले की निष्पक्ष जांच करेगी।
- दो पुलिस अधिकारियों को APO एवं सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया गया। अनुसंधान शुरू होते ही इनको गिरफ़्तार किया जाएगा और दोषी पत्रकार के ख़िलाफ़ पुराने मुकदमें रिऑपन कर उनकी जांच करके कार्रवाई कर गिरफ्तार किया जाएगा।
- मृतक की सेवा परिलाभ जो लगभग 55 लाख रूपये हैं और पेंशन आदि की कार्यवाही तुरंत शुरू होगी।
- इनके अलावा पुलिस विभाग के लगभग 10000 कर्मचारियों द्वारा अपना एक दिन का वेतन एकत्रित करके (जिसकी राशि लगभग 1 करोड़ से ऊपर होगी) उन राशि की FD स्व. बाबूलाल की पत्नी के नाम पर की जायेगी।
- स्व. बाबूलाल बैरवा के बेटे तनुज गोठवाल को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाएगी।
- बाबूलाल बैरवा की बेटी को जयपुर में ही संविदा पर नियुक्ति दी जायेगी।
- वहीं बेटी साक्षी गोठवाल को पुलिस परिवार के द्वारा गोद लिया जायेगा और शिक्षा से लेकर विवाह तक के खर्च की जिम्मेदारी पुलिस विभाग वहन करेगा।
- बाबूलाल का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ ने बताया कि मैं तमाम उन साथियों का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बाबूलाल उको न्याय दिलाने के लिए दिन-रात संघर्ष किया।
रिपोर्ट: सुरेन्द्र सिंह हरसोलिया