वक्ता बोले- सामाजिक और राजनीतिक दबाव हावी, हत्या के बाद भी संवैधानिक न्याय नहीं मिलता
• जागो हुक्मरान न्यूज़
सरदारशहर | पींचा अतिथि भवन में गुरुवार को श्रवण कुमार चिरानिया की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। प्रदेश भर में दलित समाज पर हो रहे अत्याचार, दलित समाज की सुरक्षा के लिए बने एससी-एसटी कानून को कमजोर करती तकतो, समाज के मुखबिरों को पहचानने पर चर्चा की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए श्रवण चिरानिया ने कहा कि प्रदेश भर में दलित समाज पर अत्याचार हो रहे है। कुछ समय बीत जाने के बाद दलित समाज के लोगों को डरा धमका कर मामलों में समझौते करवा दिए जाते हैं। समझौते करवाने में सबसे ज्यादा हमारे ही समाज के लोग शामिल होते हैं।
दलित नेता ओमकार बाली ने कहा कि प्रदेश भर में दलित समाज पर हुए मामलों को देखे तो एससी-एसटी एक्ट को किनारे किया जाता रहा है। पहले जुल्म करो फिर दबाव बनाकर समझौता कर लो यही सब चल रहा है।
ओमप्रकाश खेजड़ा ने कहा कि दलित अत्याचारों में हत्या जैसे घिनौने अपराध के बाद भी अत्याचारी सामाजिक और राजनीतिक दबाव बनाकर सजा से बच जाते हैं। जिससे हमारे समाज के लोगों को संवैधानिक न्याय नहीं मिल पा रहा। वक्ताओं ने कहा कि सही दलित समाज पर हो रहे अत्याचारों को रोकना होगा। अगर एससी-एसटी एक्ट को कमजोर करने की साजिश रची गई तो प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन करेंगे।
इस दौरान बैठक में रामलाल मेहरा, धन्नाराम पंवार, धर्मपाल चन्देल, बीरबल मेव, ओमप्रकाश बनड़ाऊ, निरंजन धानका, घड़सीराम, मेघराज मेघवाल, अणताराम, मुखराम सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।