दहेज कुप्रथा को रोकने के लिए एक रूपया और नारियल लिया
• जागो हुक्मरान न्यूज़
बीदासर | स्थानीय सानिवि में पदस्थापित सहायक अभियंता आशाराम बारुपाल ने सुपुत्र अनुपम की शादी में एक रुपया और नारियल बतौर शकुन लेकर दहेज प्रथा को तिलांजलि देकर अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है।
उनके पुत्र अनुपम का विवाह बिग्गा बास श्रीडूँगरगढ़ निवासी ओमप्रकाश घोटिया की सुपुत्री संतोष से विगत दिवस सम्पन्न हुआ। सहायक अभियंता आशा राम ने बताया कि समाज में फैली दहेज जैसी कुरीति को दमन करने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया है जिसमें उनकी धर्मपत्नी बिरखा देवी का भी महत्वपूर्ण योगदान हैं। जब तक समाज में बहु को बेटी जैसा सम्मान नहीं दिया जाएगा तक तक समाज के विकास का सपना बेमानी है। उन्होंने कहा कि उनके इस निर्णय का अनुसरण अब उनके दूसरे परिवारजन भी करेंगे तो उनको खुशी अनुभव होगी।
दहेज मुक्त विवाह करने पर विधायक मनोज मेघवाल, इंजीनियर शंकर इंदलिया, साहित्यकार डॉ. घनश्याम नाथ कच्छावा, सानिवि के अधिशासी अभियंता महेंद्र पाल सिंह चालिया, एक्स ई एन सुरेंद्र सिंह राठौड़, समाजसेवी चंद्रशेखर अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य लोगों ने उन्हें बधाई देते हुए प्रशंसा की हैं।