• जागो हुक्मरान न्यूज़
रतनगढ़ | डॉ. अम्बेडकर अनुसूचित जाति अधिकारी-कर्मचारी एसोसिएशन राजस्थान के प्रांतीय आह्वान पर आज तहसील इकाई की तरफ से उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर चन्देलीपुर के राउमावि के कर्मचारी की सेवा फिर से बहाल करने की मांग की।
ज्ञापन में बताया कि राउमावि चन्देलीपुर, करौली के कर्मचारी पृथ्वीराज बैरवा की तरफ से की गई सोशल मीडिया पोस्ट को आधार मानकर सामाजिक, धार्मिक व राजनीतिक भावनाओं को आहत करने के आरोप लगाकर राज्य सेवा से हटा दिया गया, जो उचित नहीं है।
संविधान के मौलिक अधिकार के अनुच्छेद 19 के तहत अपने विचारों की अभिव्यक्ति के तहत आते हैं । वे महात्मा ज्योतिबा फूले की कृति गुलामगिरी ओर डॉ अम्बेडकर की कृति सम्पूर्ण अम्बेडकर वगम्मय में के खण्ड-6 के हिन्दू दर्शन जिसे भारत सरकार के सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय द्वारा डॉ अम्बेडकर प्रतिष्ठान द्वारा प्रकाशित किया गया है। NCERT एवं राजस्थान सरकार द्वारा जारी पाठ्यक्रम में भी शामिल हैं जो किसी समाज को एवं जाति विशेष, धर्म को आपत्तिजनक नहीं हो सकते।
अजाक अध्यक्ष अशोक आलड़िया, महासचिव डॉ देवकरण गुरावा, कोषाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार बुनकर, शिक्षक संघ अम्बेडकर के अध्यक्ष शिवाराम मेघवाल, व्याख्याता रिखाराम तालनिया, पुरुषोंत्तम शीला, वीरेंद्र कुमार जायसवाल, विनोद सोगण, सुमन शीला, अर्चना, सुनीता आलड़िया, रजनी आनन्द, रेशमा मेघवाल, राकेश कुमार नायक, शुभकरण, भंवर लाल सांवा, नंदलाल, श्रवण कुमार सहित अजाक संगठन के सदस्य उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- एम.आर. मंडीवाल