अधिवेशन में मेघवाल समाज का मुख्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया गया
• जागो हुक्मरान न्यूज़
अजमेर | राजस्थान मेघवाल परिषद् का तीन दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन प्रदेशाध्यक्ष कानाराम कांटीवाल की अध्यक्षता में राजस्थान के विख्यात तीर्थ स्थान पुष्कर में बहुत अच्छे वातावरण के साथ संपन्न हुआ। अधिवेशन में राजस्थान मेघवाल परिषद् के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य और पदाधिकारियों के अलावा राजस्थान के तकरीबन सभी जिलों से संगठन के जिला अध्यक्ष महासचिव कोषाध्यक्ष और अन्य प्रतिनिधि मौजूद रहे।
अधिवेशन में नवनियुक्त पदाधिकारियों को शपथ दिलाई गई। सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी सत्यवीर सिंह और कन्हैया लाल बेरवाल ने अधिवेशन में भाग लेकर दलित उत्पीड़न और निवारण पर अपने विचार प्रस्तुत किये। कानूनी जानकारी देने के अलावा समाज को संगठन से जुड़कर संगठित रहने की बात कही। क्योंकि जो समाज संगठित रहते हैं उन पर कभी अत्याचार नहीं होता है। विभिन्न जिलों से पधारे संगठन के पदाधिकारियों ने समाज हित में सुझाव और प्रस्ताव अधिवेशन में प्रस्तुत किये और अपने जिले की समस्याओं के बारे में सदन को अवगत करवाया।
प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने समाज की प्रगति के लिए प्रदेश में राजस्थान मेघवाल परिषद का मुख्यालय स्थापित करने का प्रस्ताव पेश किया। सदन में चर्चा के बाद सर्वसम्मति से मेघवाल समाज का मुख्यालय प्रदेश के सेंटर में बनाने का निर्णय लिया। प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने बताया कि राजस्थान मेघवाल परिषद के तीन दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन में संगठन के विस्तार पर विस्तृत चर्चा की गई। पूर्व निर्धारित एजेंडों के अलावा विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के बाद सभी की सहमति से संगठन और समाज हित में कई प्रस्ताव पारित किये गये। जो जिले क्षेत्रफल के अनुपात में बड़े हैं, उन जिलों में अलग से इकाई गठित करने का निर्णय लिया गया। चुरू, नागौर, अलवर और बाड़मेर जैसे बड़े जिलों में अलग से संगठन की इकाई का गठन किया जायेगा।
प्रदेश अध्यक्ष कानाराम कांटीवाल ने कहा- राजस्थान मेघवाल परिषद् के माध्यम से मेघवंश समाज को एकजुट किया जायेगा। असंगठित होने की वजह से समाज पर दिन प्रतिदिन अत्याचार बढ़ रहे हैं और हमारे अधिकारों का हनन हो रहा है। प्रदेश में मेघवाल समाज की संख्या सबसे ज्यादा होने के बावजूद भी समाज राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक स्तर पर पिछड़ रहा है।
समाज के वोटों पर राजनीति करने वाले नेता भी समाज के हितों का ख्याल नहीं कर रहे हैं। जब भी समाज के अधिकारों पर कुठाराघात होता है तो सामाजिक संगठन ही आवाज उठाते हैं, विधानसभा में बैठे समाज के नेता मौन रहते हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- हमें राजनेताओं पर भरोसा करने की बजाय संगठन से जुड़कर सामाजिक रूप से मजबूत होना पड़ेगा, तभी समाज का विकास संभव है। शिक्षा पर जोर देते हुए उन्होंने कहा- समाज के गरीब बच्चों को पढ़ाने के लिए हर जगह आवासीय विद्यालय खुलवाने के संबंध में सरकार को पत्र लिखा जायेगा। हर जिले में मेघवाल समाज के आधुनिक छात्रावास तहसील स्तर पर बनवाने के लिए सरकार से भूमि आवंटित करवाई जाएगी। जालौर, जोधपुर आदि कई जिलों में छात्रावास बनवाए जा रहे हैं। महिलाओं का आत्मबल बढ़ाने के लिए हर जिले में तहसील स्तर पर महिला इकाई का गठन किया जायेगा। इस क्रम में प्रदेश संगठन मंत्री के पद पर श्रीमती लीला देवी मेघवाल को नियुक्त किया गया है।
संगठन के महासचिव तुलसीराम मेघवाल ने कहा- मेघवाल समाज को संगठित करने के लिए अधिवेशन के बाद संगठन का विस्तार किया जायेगा। जो लोग संगठन से जुड़कर समाज हित में अपना योगदान देना चाहते हैं, उन्हें संगठन से जोड़ा जायेगा और जो लोग पद पर रह कर निष्क्रिय हैं, उन्हें पद मुक्त किया जायेगा।
अधिवेशन के तीसरे दिन राजस्थान मेघवाल परिषद अजमेर इकाई द्वारा सभी का साफा बंधाकर व मोमेंटो भेंट कर सम्मान किया गया। प्रदेश अध्यक्ष कानाराम कांटीवाल ने आभार प्रकट करते हुए अधिवेशन को सफल बनाने का श्रेय अजमेर जिला अध्यक्ष कैलाश चौहान, वरिष्ठ प्रदेश प्रवक्ता गजानंद सरावता, महासचिव लादूराम गरवा, जिला संयोजक हंगामी लाल को दिया।
अधिवेशन में प्रदेश संगठन मंत्री श्रीमती लीला देवी, प्रदेश उपाध्यक्ष धन प्रकाश यादव डूंगरपुर, कालूराम सोनेल जोधपुर, प्रदेश उपाध्यक्ष गीता बरबड़, कोषाध्यक्ष दीपाराम शांडेला, गणेशाराम बुनकर बाड़मेर, धन्नाराम मेघवाल नागौर, राजकुमार बुनकर जयपुर, भरत मेघवाल प्रतापगढ़, गणेशाराम मेघवाल उदयपुर, मोहनलाल मेघवाल चित्तौड़गढ़, सोहनलाल लखानी जोधपुर, प्रदीप राठौड़ जैसलमेर, राजीव कुमार झाला नागौर, मोटाराम पंवार बाड़मेर, पारसमल कुकर खेड़ा मंडी, बाबू पेंटर जोधपुर, रतन लाल सोलंकी जोधपुर, कैलाश मेघवाल अजमेर, सुरेश सोलंकी जालौर, अशोक प्रेमी बीकानेर, तिलोकचंद मेघवाल चुरू, नरेश यादव डूंगरपुर, शिवचरण मेघवाल अलवर, तरुण मेघवाल हनुमानगढ़, अशोक कुमार हनुमानगढ़, मोहनलाल मेघवाल चित्तौड़गढ़, नानूराम मेघवाल चित्तौड़गढ़, भंवरलाल मेघवाल, विष्णु चौहान, रामलाल चीनिया, लक्ष्मीकांत चौहान, ओमप्रकाश जाटावत, चैनसुख सोलंकी, भंवर लाल मेघवाल जोधपुर, श्रीमती अनीता किशनगढ़, राजकुमार बाघमार, पोखरमल लखानी, गिरधारी लाल मेघवाल, दलाराम मेघवाल, विक्रम कुमार मेघवाल, एडवोकेट तिलोकचंद मेघवाल आदि अन्य लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन महासचिव तुलसीराम मेघवाल और धर्मपाल गांधी ने किया। अंत में सभी अतिथि गणों ने एक नया जोश और ऊर्जा के साथ प्रस्थान किया