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जोधपुर | भारतीय दलित साहित्य अकादमी प्रदेश शाखा-राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष एवं श्री किशनाराम जी महाराज रामद्वारा, हनुमान भाखरी नई सड़क, जोधपुर के महंत (महामंडलेश्वर हरीरामाचार्य पीठ, जोधपुर) प्रो.स्वामी आत्माराम जी उपाध्याय 22 फरवरी से 29 फरवरी 2024 तक जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर रहे।

इस दौरान इनके साथ हाजी आरिफ अली (प्रदेश महामंत्री, BDSA) भी साथ रहे। यात्रा का मुख्य उद्देश्य विश्व गुरु भारत मिशन के तहत विश्व बुक ऑफ स्टार रिकॉर्ड्स (WBSR) ने 25 फरवरी 2024 को श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल अवॉर्ड-2024 के लिए राजस्थान से उनका नाम चयनित किया था, साथ ही विश्व गुरु भारत पर अपना व्याख्यान भी देना था।

अतः 25 फरवरी 2024,स्थान SKICC ऑडोटोरियम श्रीनगर, जम्मू कश्मीर में एक भव्य समारोह में सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल सद्भावना अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्यातिथि जम्मू कश्मीर राज्य वक्फ बोर्ड की चेयरमैन डॉ.द्रखशां अंद्राबी तथा अध्यक्षता वर्ल्ड बुक ऑफ स्टार रिकॉर्ड्स संगठन के संस्थापक डायरेक्टर डॉ. राजीब पाल रहे।

इस समारोह में उन्हें प्रशस्ति पत्र,स्मृति चिन्ह आदि भेंट किए तथा स्वामीजी ने अपना व्याख्यान दिया। दिनांक 01 मार्च 2024 को जम्मू-तवी एक्सप्रेस ट्रेन से पुनः जोधपुर लौटते वक्त उनका हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन पर राम कुमार मेहरड़ा, भीमजी गोयल तथा टीम सदस्यों द्वारा साफा-माला-पुष्पहारों से स्वागत किया, चाय-नाश्ता आदि की व्यवस्था की।

बीकानेर रेलवे स्टेशन पर स्वामी पूर्ण प्रकाश जी महाराज महंत अद्वैत आश्रम उदयरामसर, भारतीय दलित साहित्य अकादमी के प्रदेश उपाध्यक्ष पूनमचंद गोयल, बीकानेर संभाग अध्यक्ष किशनाराम कांटिया, प्रदेश प्रवक्ता अशोक प्रेमी सम्पादक: हकदार, जिलाध्यक्ष एडवोकेट मांगेलाल मेघवाल, जिला महासचिव हरिभाई मेघवंशी, ओमप्रकाश गोयल, पन्नालाल,एडवोकेट राधेश्याम गोयल, रेवंतराम मेघवाल सेवानिवृत्त अधिकारी बीएसएनएल आदि द्वारा द्वारा साफा-शॉल-पुष्पहारों द्वारा बहुमान किया गया और जलपान की व्यवस्था की गई।

नोखा रेलवे स्टेशन पर मोहनलाल लीलड़, धन्नाराम पटीर, दीनदयाल महाराज,श्रीमती गोमती देवी, अयोध्या कुमारी, चेतन लेखाला, पांचू के पटवारी आदि द्वारा बहुमान किया गया। नागौर रेलवे स्टेशन पर भारतीय दलित साहित्य अकादमी जिला शाखा नागौर के जिलाध्यक्ष भीखाराम मेघवाल (सेवानिवृत्त प्रबन्धक SBI बैंक) के नैतृत्व में आसुराम सुखाड़िया, किशनाराम मेघवाल, गणपत शास्त्री मुंडवा, स्टेशन अधीक्षक रामसिंह बैरवा, अकादमी के जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश मेघवाल, विधि सलाहकार बुद्धाराम बारासा, धनपत वाल्मीकि, जेठाराम सुखाड़िया, किशनाराम बड़ोला, खेराजराम नैन, रामसिंह खुडिवाल, वीराराम आदि द्वारा स्वामी जी का साफा पहनाकर व पुष्पहारों से भव्य स्वागत किया गया, जलपान की व्यवस्था भी की गई।

गोटन रेलवे स्टेशन पर श्री मुकेश खेमदा, महेंद्र बेरवाल आदि द्वारा साफा-माला पहनाकर अभिनन्दन किया गया तथा मिष्ठान आदि भेंट किए। जोधपुर रेलवे स्टेशन पर रात करीब 8.45 बजे प्लेटफार्म नम्बर 5 पर भारतीय दलित साहित्य अकादमी जोधपुर के जिलाध्यक्ष नरपतराज जोरम ने तस्वीर भेंट कर भव्य स्वागत किया गया।

अजाक के प्रदेश उपाध्यक्ष बसन्त रॉयल ने गुलदस्ता भेंट कर बधाई दी, विक्रम जटिया, राजेश लखन, अकादमी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) मास्टर भोमाराम बोस, कार्यलय मंत्री भवानी मेहरड़ा आदि द्वारा पुष्पहारों से स्वागत कर आशीर्वाद लिया। बाद में भारतीय दलित साहित्य अकादमी के प्रदेश कार्यलय श्री किशनाराम जी महाराज का रामद्वारा, नई सड़क, जोधपुर में वहां अध्ययरत विद्यार्थियों ने स्वामी जी का आरती उतारकर व मालाएं पहनाकर अभिनन्दन किया तथा आशीर्वाद प्राप्त किया।

आश्रम में स्टूडेंट्स के साथ साथ अकादमी के प्रदेश महामंत्री मास्टर भोमाराम बोस, गिरिराज सिंह राठौड़,कार्यलय मंत्री भवानी मेहरड़ा व पंकज रॉयल, दिग्विजय, प्रतीक, एडवोकेट श्रवण जोरम, खुशाल आदि उपस्थित रहे।

देर शाम प्रो.स्वामी आत्माराम जी उपाध्याय ने अपनी यात्रा के अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि वाकई जम्मू कश्मीर धरती का स्वर्ग है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य,लोगों का जनजीवन आदि पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। उन्होंने बताया कि वे सात दिन तक जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में ठहरे तथा झेलम नदी के किनारे बसे अनन्तनाग जिले में झीलें, बेताब घाटी, पहलगाम, गुलमर्ग, रघुनाथ मन्दिर, मुगल बाग, डल झील, शिवखोरी, सोनमर्ग, लिद्दर नदी आदि देखे। हलमुल गाँव क्रिकेट के बल्ले बनाने के लिए विश्व प्रसिद्ध है उसे भी देखा, चिनार पेड़ जो कि पश्चिमी हिमालय में उगते हैं। कश्मीर के हर गाँव में एक चिनार का पेड़ है, यह लंबे समय तक जीवित रहने वाला पेड़ है। साथ ही घोड़ों पर बैठकर 4-5 किमी. दुर्गम पहाड़ियों व बर्फ में घूमने का आनंद उठाया।

उन्होंने कहा कि उनका सपना था कि वे जम्मू-कश्मीर का भ्रमण कर वहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य, झीलों, बर्फ से ढके पहाड़ों तथा वहाँ के लोगों के जनजीवन को नजदीक से देखें, मेरे सपने को साकार करने के लिए मैं विश्व बुक स्टार ऑफ रिकॉर्ड्स संगठन का धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ। जिन्होंने मुझे अवसर प्रदान किया तथा रहने, खाने-पीने, भ्रमण के लिए वाहन व सुरक्षा के लिए कमांडों की व्यवस्था उपलब्ध करवाई। साथ ही उन्होंने सहयोग व स्वागत करने वाले प्रबुद्धजनों का आभार व्यक्त किया।

~ मास्टर भोमाराम बोस, प्रदेश महामंत्री (संगठन):भारतीय दलित साहित्य अकादमी, (राजस्थान प्रदेश) ने “जागो हुक्मरान न्यूज़” टीम के साथ ‘महामंडलेश्वर प्रो.स्वामी आत्माराम उपाध्याय जी की जम्मू-कश्मीर यात्रा’ का विवरण साझा किया।

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