• जागो हुक्मरान न्यूज़
चितलवाना | अगर हौसला बुलंद हो तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं। अपने संघर्ष और जज्बे से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। चाहे कठिन परिस्थितियों कितनी भी क्यों ना हो।
अपनी सफलता में आड़े नहीं आ सकती हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं सांचौर जिले के एक छोटे से गांव बड़सम निवासी किसान परिवार के बेटे भेराराम सोलंकी की।
जिसने आरपीएससी भर्ती 2022 द्वारा आयोजित द्वितीय श्रेणी शिक्षक में सामाजिक विषय से वरिष्ठ अध्यापक पद पर चयन हुआ हैं।
भेराराम के पिता मसराराम सोलंकी की अध्यापक भर्ती परीक्षा से 15 दिन पुर्व छत्रछाया उठ गई। जिसके पुरा परिवार शोक में डुब गया। फिर भी भेराराम ने हिम्मत रखी और अपने आप को संभाला और परीक्षा दी।
और उसमें सफलता भी मिल गई। माता का नाम तारी देवी हैं। और पत्नी पिंटा देवी गृहणी है भेराराम के दो बच्चे दिव्या और महिपाल हैं।
भेराराम ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बड़सम सरकारी विद्यालय से की और दसवीं सरकारी विद्यालय प्रतापपुरा से और 12वीं राउमावि सांचौर से की। बीए राजश्री महाविद्यालय सांचोर और बीएड की डिग्री उकसिंह टीटी कॉलेज भीनमाल से प्राप्त की।
बचपन से ही भैराराम होनहार थे हमेशा क्लास टॉपर रहे। पिता का सपना था कि भैराराम टीचर बने। और समाज सेवा करें। अंत में वो सपना साकार भी हुआ तो पिता चल बसे।
पूर्व में भैराराम ने पिता के साथ खेती-बाड़ी की और मजदूरी भी की उसके बाद बिना कोचिंग के घर पर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने लगे, रीट 2021 में 128 अंक प्राप्त हुए और सफलता मिलने की पूरी संभावना थी लेकिन परीक्षा रद्द हो गई। जिससे निराशा हुई फिर रीट लेवल-2 में 2022 में प्रोविजनल सूची में चयन हो गया था लेकिन अंतिम सूची से बाहर हो गये। इसके अलावा कहीं प्रतियोगी परीक्षा में असफलता मिली। लेकिन अपना अध्ययन निरंतर जारी रखा।
फिर सेकंड ग्रेड सामाजिक विज्ञान की तैयारी में जुट गए। कठोर परिश्रम किया और आरपीएससी 2022 भर्ती में 504वीं रैंक के साथ सामाजिक विज्ञान विषय से चयन हो गया।
इनके साथ ही संस्कृत शिक्षा विभाग में वरिष्ठ अध्यापक पद पर प्रोविजनल सूची में चयन हो गया।
और वर्तमान में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गोलाणा, जसवंतपुरा में वरिष्ठ अध्यापक पद पर सेवारत हैं।
युवाओं के लिए संदेश:- जब कोई भी टारगेट तय करो तो टारगेट तक पहुँचने के लिए अर्जुन के समान केवल चिड़िया की आंख की दिखाई दे। और अपना विचार सकारात्मक रखे। कुछ भी दुनिया में कठिन नही है बल्कि सहजता से सब कुछ प्राप्त किया जा सकता है। कोई भी टारगेट पाने के लिए शॉर्टकट मत खोजो बल्कि शॉर्टकट से सब कुछ प्राप्त नही किया जा सकता है यदि पढ़ाई को एक आदत बना देंगे तो आप सहजता से अपने उद्देश्य को पूरा कर सफलता अर्जित करोगे।
रिपोर्ट: अरविंद डाभी