विपरीत परिस्थितियों में किया किसानी का काम, परिवार में खुशी का माहौल

• जागो हुक्मरान न्यूज़

चितलवाना | अगर हौसला बुलंद हो तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं। अपने संघर्ष और जज्बे से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। चाहे कठिन परिस्थितियों कितनी भी क्यों ना हो। अपनी सफलता में आड़े नहीं आ सकती हैं।

जी हां, हम बात कर रहे हैं सांचौर जिले के एक छोटे से गांव गोलासन निवासी किसान परिवार के बेटे भलाराम मेघवाल की। जिनका आरपीएससी भर्ती 2022 द्वारा आयोजित प्रथम श्रेणी शिक्षक में भूगोल विषय से व्याख्याता के पद पर चयन हुआ हैं।

भलाराम के पिता चेलाराम खेती-बाड़ी का कार्य करते हैं माता टीपू देवी गृहणी हैं। पत्नी पिंकी देवी स्नातक पास है और वर्तमान में आंगनबाड़ी सहायिका के पद पर कार्यरत हैं।

भलाराम की प्रारंभिक शिक्षा सरकारी विद्यालय गोलासन गांव से हुई और 12वीं जसवंतपुरा नवोदय स्कूल से हुईं। स्नातक श्री रघुनाथ मेमोरियल कॉलेज रानीवाड़ा से और एमए की उपाधि प्रथम श्रेणी से राजकीय कॉलेज आबूरोड से उत्तीर्ण की गई। उसके बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने लगे।

भलाराम 2018 में रीट परीक्षा में फाईनल मेरिट सूची से बाहर हो गए उसी वर्ष सेकंड ग्रेड की परीक्षा में भी असफलता मिली। आर्थिक परेशानियों की वजह से कई वर्षों तक निजी स्कूल में अध्यापन कार्य भी किया गया।

फिर 2020-21 में कोरोना काल में पिता के साथ खेती-बाड़ी का कार्य शुरू किया। फसल बहुत अच्छी मिली ।जिससे फर्स्ट ग्रेड की तैयारी के लिए जयपुर से कोचिंग ली। आरपीएससी फर्स्ट ग्रेड भर्ती 2022 में 635 की रैंक से भूगोल विषय से चयन हुआ। तो परिवार में माता पिता व परिवार के रिश्तेदारो का खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता व धर्मपत्नी पिंकी देवी और अपने गुरुजनों को दिया हैं। भलाराम वर्तमान में राजकीय माध्यमिक विद्यालय हरपालिया, सेड़वा जिला बाड़मेर में पदस्थापित हैं।

युवाओं के लिए संदेश: विद्यार्थी अपने प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तन-मन के साथ पढ़ाई पर शत् प्रतिशत फोकस करें तो सफलता निश्चित ही मिलती हैं।
घर की परिस्थितियों भले कितनी कठिन क्यों नहीं हो। हमें उनका सामना कर निरंतर आगे बढ़ना चाहिए।

रिपोर्ट: अरविंद डाभी

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