जय भीम के नारों के साथ शांतिपूर्वक निकाली रैली
जय भीम के नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा
• जागो हुक्मरान न्यूज़
चौमूं | शहर के नगर परिषद मुख्य बस पर विभिन्न गांवों से रैलियां आकर एकत्रित हुई इसके पश्चात रैली रवाना होकर बावड़ी गेट, लक्ष्मीनाथ जी का चौक, मुख्य बाजार चौपड़, रावण गेट, धोली मंडी होती हुई थाना मोड़ चौराहे पर आकर तहसीलदार को राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। एससी-एसटी के आरक्षण में क्रिमिलियर पद्धति लागू करने के असंवैधानिक निर्णय के विरूद्ध कानून पारित करवाने को लेकर तहसीलदार डॉ. विजयपाल विश्नोई को राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इसके पश्चात नगर परिषद मुख्य बस स्टैंड पर जाकर रैली का समापन हुआ।
इससे पूर्व विभिन्न गांवों से रैलियां आकर चौमूं क्षेत्र की रैली में शामिल हुई। रैली में सभी एससी-एसटी समुदाय वालों ने जय भीम के नारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे। जय भीम के नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा। रैली का मुस्लिम समुदाय द्वारा जगह-जगह पुष्प वर्षा एवं पानी की व्यवस्था की गईं। रैली पूरी तरह से शांतिपूर्वक निकाली गई। भारत बंद आंदोलन में अन्य समुदाय ने भी समर्थन व सहयोग दिया। एसीपी अशोक चौहान व थानाधिकारी प्रदीप शर्मा की निगरानी में क्षेत्र में बंद शांतिपूर्ण रहा। जगह-जगह अतिरिक्त पुलिस जाप्ता तैनात रहा। रैली में चौमूं व्यापार मंडल और पुलिस प्रशासन का काफी सहयोग रहा।
इस मौके पर नगर परिषद सभापति विष्णु सैनी, विधायक प्रत्याशी छुट्टन यादव, विधायक प्रत्याशी रामगोपाल छापोला, प्रोफेसर सीबी यादव, बंशीधर जाजोरिया, पूरण बाबा, रामचंद्र मीना, ठेकेदार सूरजनारायण रैगर, छीतरमल जलुथरिया, गोपाललाल जलुथरिया, भंवरलाल सरावता, नेमीचंद पंवार, मोहनलाल बुटोलिया, एडवोकेट धर्मेंद्र कुमार घसिया, एडवोकेट जितेन्द्र कुमार बुनकर, एडवोकेट जगदीश कुलदीप, नरेन्द्र तंवर, मोहनलाल जलुथरिया, लक्ष्मीनारायण चौहान, भागचंद मीणा, कालीचरण वर्मा, सौदागर कांदेला, मुकेश जिंदल, डोला का बास सरपंच सुल्तान बुनकर, पूर्व सरपंच रामस्वरूप सौकरिया, पूर्व सरपंच एडवोकेट बद्रीनारायण परिहार, पूर्व सरपंच कैलाश वर्मा, पूर्व सरपंच राजेश सरावता, पूर्व सरपंच मोहनलाल डूण्डलोदिया, पीसी बलाई, पार्षद अशोक रच्छोया, सीमा मीणा, चंद्रकला नागोरी, प्रकाश हाटवाल, बबलू सालोदिया, राजेंद्र परिहार, विक्की नुवाल, विद्या प्रकाश मीणा, राजेंद्र नागर, मुकेश मीना, ओपी सेठी, हनुमान सहाय झाटीवाल, फूलचंद सिंगल, शेष मीणा, सत्यनारायण बुनकर, हरिनारायण बुनकर, गजानंद परिहार, घनश्याम कांदेला, एसएम गांधी, बुद्धिष्ट गोठवाल, सुखराम बुनकर, महेंद्र बांयला, नंदकिशोर मोरदिया, रामकरण गोठवाल, हेमराज गोठवाल, बद्रीनारायण कांदेला, रिछपाल बुनकर, राजेश सोगण, गोपाल देवठिया, नन्दलाल सौरेला, नंदकिशोर कुलदीप, नंदकिशोर देवठिया, श्याम सुन्दर बुगालिया, रामसिंह नुवाल, अभिषेक मोरदिया, राजेंद्र प्रसाद काला, गजानंद परिहार, रामावतार बांयला, सत्यनारायण बांयला, नरेंद्र पदमावत, सीताराम खटीक, लोकेश खटीक, सुरेश पदमावत, मूलचंद बांयला, सुरेश फौजी, सांवरमल रैगर, मदन मीणा, माधव मीणा, राजेश कान्देल, राहुल घसिया, भगवान सहाय मोरदिया, महेश मोरदिया, वेदप्रकाश सोगण, नंदलाल मुवानिया, शंकरलाल मुवानियां सहित हजारों की संख्या में जन सैलाब मौजूद रहा।
रिपोर्ट: सुरेन्द्र सिंह हरसोलिया