“38 साल की राजकीय सेवा में उनके योगदान को सराहा गया, सामाजिक कार्यों में भी रही उनकी सक्रिय भूमिका”

• जागो हुक्मरान न्यूज़

पाली | राजस्थान प्रदेश में साहित्य, समाज सेवा और शिक्षा की त्रिवेणी को समावेशित कर राष्ट्र सेवा में उल्लेखनीय योगदान देने वाले डागरा राम पवार शिक्षा विभाग से सेवानिवृत हो चुके हैं। हालांकि वे पिछले 5-6 सालों से गंभीर रोग से रुग्ण होने के बाद जिंदगी और मौत से संघर्ष कर इस पड़ाव तक पहुंचे हैं। उनकी सेवानिवृत्ति समारोह में शामिल हुए लोगों का बड़ा काफिला गांव के लोगों के लिए एक कोतुहल का सवाल बन गया। गांव में हर जगह उनके कार्यों को तारीफ के काबिल बताया।

डगरा राम पवार ने हमेशा अंतिम पायदान के व्यक्ति को शिक्षित करना, उपेक्षित वर्ग के हक अधिकारों दिलवाले के लिए संघर्ष करना उनकी फितरत का हिस्सा रहा है। इसीलिए डॉ अंबेडकर विचारधारा को समाज में प्रसारित करने में न केवल अपनी जुबान से बल्कि अपनी लेखनी से भी समाज को जागृत करने का काम करते रहे हैं। 38 साल की बेदाग छवि से शिक्षा विभाग में अपने कृतार्थ से नवोन्मेष पीढ़ी को शिक्षित करने का काम करते रहे हैं। वंचित वर्ग, दलित, पिछड़े व हाशियाकृत लोगों के हक अधिकारों की पैरवी करते हुए संघर्ष के राही बन रहे। बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर के मूल मंत्र शिक्षा को समर्पित होकर बहुजन महापुरुषों के सपनों को साकार करने मे शिक्षा और साहित्य को घर घर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। बिते 31 जुलाई 2024 को सेवानिवृत्ति के बाद राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पिपलिया से जब अपने गांव धिनवास पहुंचे तो उनके सेवानिवृत्ति काफिले में पाली जिले के विभिन्न सामाजिक संगठनों के सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद, समाजसेवी, जनप्रतिनिधि और नेता लोग उनके अभिनंदन करने में जन सैलाब उमड़ पड़ा। हर कोई उन्हें उपहार भेंट कर सम्मानित करने उनके घर पहुंचे थे।

पाली जिले में एक शानदार समारोह में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पिपलीया कला के शिक्षक डगरा राम पवार की सेवा निवृत्ति के अवसर पर उनके योगदान को सराहा गया। पंवार ने अपने 38 साल के कार्यकाल में अपने काम और सामाजिक योगदान से समाज में एक अच्छी छाप छोड़ी है। उनकी सेवा निवृत्ति के अवसर पर आयोजित समारोह में उन्हें बधाई दी गई और उनके योगदान को सराहा गया। पवार ने नशा मुक्ति, साक्षरता, जातिविहीन समाज के लिए कई लेख भी लिखे हैं जिसकी देश-भर में प्रशंसा व्यक्त की गई। डगरा राम पवार राष्ट्रीय राज्य स्तरीय कई पुरस्कारों से अलंकृत हुए। साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार मिलने के साथ साथ विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी समय-समय पर आपको पुरस्कार दिया है। बधाई देने वालों में पाली जिला दलित संगठनों के पदाधिकारी राजेन्द्र कुमार बस्सी, रमेशकुमार गुडा महराय, कुन्नाराम, राजुराम, दुर्गाराम, बुधाराम रामासनीवाला, गोपाराम मेघवाल उपसरपंच, डॉ रविप्रकाश, चम्पालाल चौहान बगडी नगर, मुकेशकुमार खींबाडा, सोजत पत्रकार संघ के अध्यक्ष कैलाश गहलोत, हरिश गहलोत सहित आस पास के गांवों के काफी लोग शामिल थे। समारोह में उपस्थित लोगों ने पवार की निष्ठा और समर्पण की भावना को सलाम किया।

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