किसान परिवार के बेटे मगन बोरावत सीलू बनें दुसरे प्रयास से सरकारी मास्टर
• जागो हुक्मरान न्यूज़
चितलवाना | वह कहते हैं ना कि- मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है पंखों में कुछ नहीं होता हैं, हौसलों में उड़ान होती हैं। जी, हां ऐसी कुछ पंक्तियों को साकार किया है सांचौर जिले के एक छोटे से गांव सीलू (जिन्हें नर्मदा नहर का प्रवेश द्वार कहा जाता हैं) निवासी किसान परिवार बेटे मगन लाल बोरावत ने।
जो अपने परिश्रम और संघर्ष के बलबूते पर आज सफलता की नई कहानी लिखी हैं।
मगन के पिता केशाराम बोरावत किसान हैं माता शांता देवी गृहणी हैं और पत्नी गंगा देवी गृहणी हैं उनके दो
बच्चे निशांत और कुंदन हैं।
मगन ने प्राइमरी स्कूल की शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल सीलू से उत्तीर्ण की। 10वीं कक्षा रा.मा.वि.रेबारियो का गोलियां सांचौर से उत्तीर्ण की और 12वीं साइंस बायोलॉजी वर्ग से राउमा विद्यालय सांचौर से उत्तीर्ण की हैं।
मगनलाल की स्कुली शिक्षा प्राप्त करते समय शादी हो जाती हैं फिर ओर घर परिवार की जिम्मेदारी बढ़ जाती हैं लेकिन मन में आगे बढ़ने और निरंतर पढ़ाई का जज्बा रखने वाले बोरावत ने गायत्री कॉलेज सांचौर से बीएससी की डिग्री प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की। मगन लाल फिर लेवल 1 शिक्षक बनने का सपना लेकर बीएसटीसी तेजेंद्र प्रसाद कॉलेज आबूरोड से 85.00 प्रतिशत अंक से पास करते हैं फिर शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारी में जुट जाते हैं।
रीट भर्ती परीक्षा 2021 में 119 अंक अर्जित करके असफलता हाथ लगती है फिर मगन सांचौर मेघवाल समाज धर्मशाला में रूम में रहकर दो साल तक कठिन परिश्रम और संघर्ष करते हैं।
फिर अपने दूसरे हि प्रयास में रीट पात्रता परीक्षा 2023 में 124 अंक अर्जित कर क्वालीफाई हो जाते हैं तब शिक्षक बनने की उम्मीदें ओर बढ़ गई फिर रीट मुख्य परीक्षा लेवल प्रथम में 187 अंक अर्जित करते हैं। फिर शिक्षक भर्ती में चयन हो जाता हैं और वर्तमान में राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय खाखरिया धामसीन, रानीवाड़ा में सेवारत हैं।
युवाओं के लिए संदेश:- निरंतर प्रयास करते रहे सफलता जरूर मिलेगी।चंद रातों के ख्वाब उम्र भर की नींद मांगते हैं। ~ मगनलाल बोरावत सीलू
रिपोर्ट: अरविन्द डाभी