• जागो हुक्मरान न्यूज़
हनुमानगढ़ | अखिल राजस्थान बौद्ध भिक्खु संघ की दो दिवसीय संगीति का आयोजन डॉ. अम्बेडकर विहार, नोहर में श्रद्धेय भिक्खु कसस्प आनन्द की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें प्रथम दिवस के प्रथम सत्र में भिक्खुओं की व्यक्तिगत समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया। द्वितीय सत्र में भिक्खु संघ की समस्या, संघ का पंजीयन, नियम, और विधि-विधान पर विचार विमर्श करने के बाद संघ के नियमों को अंतिम रूप दिया गया।
संघ ने सर्व सहमती से निर्णय लिया कि प्रत्येक सदस्य को संघ के कार्यों के निष्पादन हेतु संघ को दान करना चाहिए। जो भिक्खु लगातार दो संगीति में बिना बताये अनुपस्थित रहता हैं तो उसकी संघ सदस्यता समाप्त कर ली जाएगी। प्रत्येक भिक्खु अपने कार्यक्रम एवं वर्षावास की सूचना संघ के अध्यक्ष और महासचिव को देंगे।
संगीति के दूसरे दिन सर्व सहमती से कार्यकारिणी के विस्तार पर चर्चा हुई जिसमें संघ ने सर्व सहमती से श्रद्धेय भिक्खु शील शिरोमणि को संघ का संरक्षक, श्रद्धेय भिक्खु कसस्प आनंद को अध्यक्ष, श्रद्धेय भिक्खु डॉ. सिद्धार्थ वर्धन को संघ का सचिव, श्रद्धेय भिक्खु विनय पाल को सह-सचिव, श्रद्धेय भिक्खु अश्वजीत को कोषाध्यक्ष, श्रद्धेय भिक्खु सुंदरा को उपाध्यक्ष, भिक्खु नागवंश, श्रद्धेय भिक्खु सुमेध सागर, श्रद्धेय भिक्खु प्रज्ञा सागर, श्रद्धेय भिक्खु संघप्रिय एवं श्रद्धेय भिक्खु देवानंद को कार्यकारिणी सदस्य चुना गया। इस कार्यकारिणी का कार्यकाल जून 2027 तक तीन वर्ष के लिए होगा।
इस अवसर राधेश्याम जोड्या, अध्यक्ष डॉ. भीमराव आंबेडकर नव युवक संघ नोहर, शील सागर फुलेरा, धर्मपाल बौद्ध पिलानी, चरणराम बिबान, अशोक बिबान, कई उपासक- उपसिकाएं उपस्थित रही। अन्त में भिक्खु संघ के द्वारा विश्व के कल्याण और मैत्री के लिए सब्बसुख गाथा का संघायन किया गया।