• जागो हुक्मरान न्यूज़
चितलवाना | अगर मन में जज्बा और जुनून हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है अपने हौंसलो और मेहनत के दम पर मुश्किल दिखने वाली मंजिलें भी प्राप्त की जा सकती हैं। हम एक ऐसी प्रेरणादायक कहानी साझा कर रहे हैं जिसने बिना कोचिंग व लाईब्रेरी जाए,घर पर रहकर एकाग्रता के साथ पढ़ाई कर प्रतियोगी परीक्षा में चार सफलता अर्जित की हैं।
जी हां, हम बात कर रहे हैं सांचौर जिले के छोटे से गांव रामपुरा निवासी नरपत पन्नावत मेघवाल की। जिसने एक साथ चार प्रतियोगी परीक्षा में सफलताएं अर्जित कर अपने गांव और जिले का नाम रोशन किया है।
नरपत पन्नावत नेहड़ क्षेत्र के चितलवाना तहसील के रामपुरा गांव के निवासी है पिता तेजाराम अध्यापक है माता इंद्रा देवी गृहणी हैं पत्नी का नाम डाई देवी,गृहणी हैं उनके एक पुत्र निरंजन और पुत्री आरुषि हैं।
नरपत बचपन से ही होनहार थे। नरपत ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा राउमावि रामपुरा और 12वीं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चितलवाना से उत्तीर्ण की। बीए-बीएड 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स अरावली टीचर ट्रेनिंग कॉलेज उदयपुर से सन् 2020-21 में किया। उसके बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने लगे।
पहली प्रतियोगी परीक्षा रीट भर्ती 2021 दी। जिसमें 130 नंबर प्राप्त हुए परंतु भर्ती रद्द हो गई। फिर वर्ष 2022-23 में चार सफलताए अर्जित की। जिसमें अध्यापक भर्ती 2023 में लेवल 2 सामाजिक विज्ञान विषय से एवं लेवल 2 हिंदी विषय से चयन और वरिष्ठ अध्यापक भर्ती 2022 में सामाजिक विज्ञान विषय से तथा हिंदी विषय से 568 वीं रैंक से अंतिम रूप से चयन हुआ हैं। इसके अलावा SET तथा CTET उत्तीर्ण।
वर्तमान में राउप्रावि के गढ़ी होथीगांव में कार्यरत हैं।
युवाओं के लिए संदेश:- मैंने बिना कोचिंग और लाइब्रेरी के घर पर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर सफलता अर्जित की है कड़ी मेहनत,लगन और संघर्ष से मंजिले प्राप्त की जा सकती हैं। एक साथ भिन्न-भिन्न विषय में सफलता प्राप्त करना आसान नहीं है पर साधक बनकर साधना की जाए तो सब कुछ संभव है ,प्रतियोगी परीक्षा में असफलता मिले तो हमें हताश नहीं होना चाहिए। अभ्यर्थी पाठ्यक्रम के साथ प्रॉपर स्ट्रेटजी कंसिस्टेंसी रखते हुए लगातार मेहनत करता है तो उन्हें सफलता जरूर मिलती है बस हमें सकारात्मक सोच के साथ निरंतर मेहनत करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। निश्चित रूप से हम सफल हो ही जाते हैं। प्रतिभाशाली बनने के लिए 99% कड़ी मेहनत और सिर्फ 1% अभिप्रेरणा की जरूरत होती हैं।
रिपोर्ट: अरविंद डाभी