• जागो हुक्मरान न्यूज़
संगरिया | स्वामी केशवानंद कृषि महाविद्यालय संगरिया में शनिवार को पर्यावरण प्रेमी श्रीमती विरेंद्र कौर शिक्षिका (राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बोलावाली, संगरिया) के नेतृत्व में पौधारोपण कर “विश्व ओजोन दिवस” मनाया गया।
पौधारोपण कार्यक्रम में पवन कुमार डीपी महाविद्यालय एवं छात्रों के सहयोग से अशोक वृक्ष, असोटोनिया, चंपा, जामुन आदि के नीतीश पौधे लगाकर पौधारोपण किया गया। “विश्व ओजोन दिवस “पर शिक्षिका विरेंद्र कौर ने ओजोन परत पर विचार रखते हुए कहा कि ओजोन परत पृथ्वी की सतह से 10 से 50 किलोमीटर के ऊपर स्थित है यह हल्के नीले रंग की होती है। यह पर सूर्य से निकलने वाली पैराबैंगनी किरणों से हमारी रक्षा करती है। कुछ वर्षों से मानव जनित क्रियाओ से कुछ रसायनों की वायुमंडल में वृद्धि हुई है जिससे ओजोन परत पर छिद्र हो रहे हैं एवं ओजोन परत घट रही है। ओजोन परत का क्षतिग्रस्त होना प्राणी जगत के लिए अति घातक है। इस के क्षीण होने से त्वचा कैंसर, नेत्रों की रोशनी कम होना, जीनी संरचना में परिवर्तन, वर्षा के पैटर्न में बदलाव, रोग प्रतिरक्षा तंत्र का कमजोर होना, जलीय जीव जंतुओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ना आदि रोगों का होना आम हो जाएगा। इसलिए हमें अधिक से अधिक पौधारोपण कर धरती मां को बचाना होगा।
महाविद्यालय के प्रिंसिपल आदित्य पाल सिंह तूर ने शिक्षिका विरेंद्र कौर द्वारा महाविद्यालय में “विश्व ओजोन परत दिवस”अपने निजी खर्चे से पौधे लाकर पौधारोपण कर ओजोन परत के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया एवं इनके पर्यावरण के क्षेत्र में 1997 से आज तक निरंतर कार्य की प्रशंसा की। सामाजिक कार्यकर्ता रेशम सिंह ने बताया कि ओजोन परत 1980 से क्षतिग्रस्त होना प्रारंभ हुई है। इसका मुख्य कारण क्लोरोफ्लोरो कार्बन है जो रेफ्रिजरेटर, फ्रिज आदि में प्रयोग करते हैं एवं वायु प्रदूषण भी एक कारण है इसलिए हमें आज ओजोन परत की धारा को बचाने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने का संकल्प लेना चाहिए।
इस दौरान में महाविद्यालय के प्रोफेसर संदीप सिंह सिद्धू, अध्यापक छात्रा नवदीप कौर, खुशवंत सिंह, शिक्षिका मनिंदर कौर इंसा, नमनदीप कौर एवं महाविद्यालय की छात्रा उपस्थित रहीं और पौधारोपण में सहयोग सहयोग किया।