बाहरवें की सामान्य रस्म, मृत्यु भोज को किया दरकिनार, श्रद्धांजलि सभा का आयोजन।
समाज के छात्रावास मे ₹ 150000/- व अध्ययन गौद योजना में दी ₹ 10000/- की राशि भेंट।
• जागो हुक्मरान न्यूज़
बाड़मेर | दिवंगत मांगीलाल मेघवाल गांव- जसाई (बाड़मेर) के बाहरवें की रस्म मे मृत्यु से जुड़ी तमाम कुरीतियों और आडम्बरों पर लगाया प्रतिबंध लगाया गया। गंगोणी बामानिया परिवार ने लिया ऐतिहासिक फैसला। मृत्युभोज की परम्परा को त्याग दिया। दाल रोटी मुख्य बन साथ ही श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
MS4 के अध्यक्ष डॉ राहुल बम्बानिया, आरपी संतोष कुमार नामा की प्रेरणा एवं जसाई गाँव के बुजर्ग महानुभावों के सहयोग से समाज में नई मिशाल पेश की गई।
सभा को सम्बोधित करते हुवे राजस्थान गौसेवा आयोग अध्यक्ष एवं बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि मेघवाल समाज मृत्युभोज के मामले मे काफी जागरूक हुआ है। इस रूढिवादी परम्परा के कारण कई गरीब परिवारो के खेत बिक रहे है। जो समाज के लिए कलंक है।
पूर्व प्रधान ऊदाराम मेघवाल ने बामणिया परिवार द्वारा लिए गए इस ऐतिहासिक फैसले के लिए धन्यवाद दिया साथ नीट में मेघवाल समाज के 35 छात्रों के एक साथ चयन पर खुशी जाहीर करने हुवे शिक्षा पर ध्यान देने की बात कही।
प्रियंका चौधरी ने मेघवाल समाज की इस पहल से अन्य समाज के लोगों को सीख लेने की बात कही।
इस अवसर पर आरएमपी जिलाध्यक्ष तगाराम खती ने कहा कि जो लोग मंचों पर अपने भाषणों में कुरीतियों को बन्द करने की नसीहत देते रहते है लेकिन जब उनके घर कोई सामाजिक कार्य होता है तो वे अपने भाषण भूलते हुए कुरीति को बढ़ा चढ़ाकर करते है। जिससे कि उनके परिवार की प्रतिष्ठा बढ़ जाएगी,लेकिन अब कुरीतियों को बढ़ाचढा कर करने वालों की प्रतिष्ठा बढ़ने की बजाए घटेगी, क्योकि समाज का युवा अब जाग चुका हैं। अब युवा और सामाजिक चिंतक मिलकर कुरीतियों का निराकरण करने में सक्षम दिखाई दे रहे हैं।
खती ने सभा मे आगन्तुकों को सामाजिक सेवा कार्यों की जानकारी से अवगत करवाते हुवे कहा कि संगठन द्वारा मुझे जो जिम्मेदारी प्रदान की है उसमें मृत्यु भोज को प्रतिबंधित करने का प्रारम्भ मैंने मेरे घर से किया है। समाज का आर्शीवाद बना रहे।
जयनारायण मेघवाल जोधपुर ने बामणिया परिवार के रचनात्मक निर्णय की सराहना की। कहा समाज हित में आपका यह प्रयास बेकार नही जाएगा। समाज के सुधारात्मक निर्णय में हम आपके साथ हैं।
सभा में मूलाराम मेघवाल, गिरधरसिह प्रधान प्रतिनिधि, करनाराम मारूड़ी, रमेश कुमार खती, हमीराराम कोडेचा, वैरसीराम वैंकट, खेतपाल टाइगर, छगन मेघवाल, सवाईराम मेघवाल, भंवरलाल पंवार, हरखाराम सेजू, माणकाराम बामणिया, सबलाराम बामणिया, पदमाराम पटवारी, दौलतराम सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपास्थित थे।
कार्यक्रम के पश्चात पारिवारिक सदस्य सुरताराम एव और अशोक कुमार ने आए हुवे सभी महानुभावो का आभार व्यक्त किया।