• जागो हुक्मरान न्यूज़
श्रीगंगानगर | अनुसूचित जाति, जनजाति महापंचायत राजस्थान के तत्वाधान में कांग्रेसी नेता कालूराम मेघवाल को न्याय दिलाने के लिए प्रकरण की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जाँच कर रिहा करने की माँग को लेकर जिला कलक्ट्रेट के समक्ष चल रहे धरने के 57वें दिन सोमवार को जोरदार प्रदर्शन किया गया।
इस प्रदर्शन को रामरतन घोड़ेला, सुभाष खुडियाल, नन्दराम मेघवाल खिचड़ावाली, महावीर भाटिया दौलतपुरा, का. हरकेवलदीप सिंह, रज्जा अब्बास नकवी, कलावती देवी एवं धर्मपाल कटारिया इत्यादि ने सम्बोधित किया।
धर्मपाल कटारिया ने प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए बताया कि आज धरने का 57वां दिन है। राज्य सरकार ने 2 अप्रैल, 2023 को ज्ञापित माँगों की तरफ आज तक ध्यान नहीं दिया है, जो घोर निंदनीय है तथा कांग्रेसी नेता निर्दोष कालूराम मेघवाल को हत्या जैसे गंभीर मामले में षडयंत्र के तहत फंसाया गया है। इस प्रकरण की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जाँच करके कालूराम मेघवाल को तुरन्त रिहा जाए। बार-बार राज्य सरकार व पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन देने के बावजूद जान-बूझकर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस के पूर्व डीआईजी मधुकर टंडन आज भी बलात्कार के मामले में 25 वर्षों से फरार चल रहा है तथा निर्दोष कालूराम मेघवाल को मुकदमा दर्ज होने से साढ़े तीन घंटे पहले ही पुलिसवालों ने घर से जबरन उठाकर झूठा मुकदमा बना दिया।
आजादी के 75 वर्ष बाद भी राजस्थान राज्य में अनुसूचित जाति के व्यक्ति को डीजीपी पुलिस महानिदेशक नहीं बनाया गया है, जो कि एक सोची-समझी साजिश है। तत्पश्चात् नारेबाजी करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक तथा अति. जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर कालूराम मेघवाल प्रकरण की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जाँच करवाने, निर्दोष कालूराम मेघवाल को रिहा करने, षड्यंत्र के तहत झूठा मुकदमा बनाने वाले पुलिस अधिकारी तेजवंत सिंह को तुरन्त प्रभाव से बर्खास्त करने सहित समस्त दोषियों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही करने एवं पुलिस प्रशासन की ज्यादती पर अंकुश लगाने की माँग की गई।
इसके साथ-साथ 2 अप्रैल को जयपुर में अनुसूचित जाति जनजाति महापंचायत में ज्ञापित माँगों को तुरन्त पूरा करने तथा अनु. जाति के सीनियर आईपीएस पुलिस अधिकारी को डीजीपी बनाने की भी माँग की गई है। इस अवसर पर भारी संख्या में विभिन्न समाजों व संगठनों के अनेक गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।