• जागो हुक्मरान न्यूज़
बाड़मेर | अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा के नितेश आर्य से प्रेरित होकर नर्सेस दंपती ने संविधान दिवस पर शनिवार को जिला मुख्यालय मेडिकल कॉलेज बाड़मेर आकर मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. आर के आसेरी को संकल्प पत्र दिया। प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ. आरके आसेरी ने ने बताया कि मरणोपरांत शरीर का हमारे लिए कोई प्रयोग नहीं होता है। हमारे शरीर के अंग किसी के काम आ जाए यहाँ हमारे लिए पुण्य है। मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग में शरीर के अंगों को कई सालों तक सुरक्षित रखा जाता है जी मेडिकल स्टूडेंट्स के रिचर्स में काम आता है।
नसेज दपती नाहटा चिकित्सालय बालोतरा में है कार्यरत मूलतः हुड़ी की ढाणी बायतु निवासी जगदीश मेघवाल नर्सिंग ऑफिसर पद पर व उनकी पत्नी शारदा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के पद पर राजकीय नाहटा जिला चिकित्सालय बालोतरा में कार्यरत है। इन्होंने अपनी पहली सैलेरी गरीब असहाय को दान दी।
मानवता वादी विचारधारा पर चलने वाली एएनएम शारदा ने अपने पिछले जन्मदिन पर पहली सैलेरी से झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले गरीब असहाय लोगों को कपड़े, बिस्किट व मिठाई खिलाकर सेलिब्रेट किया। वहीं नर्सिंग ऑफिसर जगदीश मेघवाल अब तक 12 बार रक्तदान कर चुके है जिसमे कई बार ड्यूटी के दौरान गम्भीर स्थिति में खुद के वार्ड में भर्ती मरीजों की रक्त देकर जान बचाई है।
जगदीश ने बताया कि देहदान मृत्यु का सुंदरतम श्रृंगार है। देवदानी होने के लिए सच्चा मानवताबादी और जीवनी होना जरूरी है। देहदान का संकल्प लेने का मुख्य उद्देश्य समाज में सामाजिक कुरीतियों और अंधविश्वास फैला हुआ है। उन धारणाओं को तोड़ने है। नर्सेज दम्पति ने संविधान दिवस को बड़ दिन बताते हुए कहा कि इस संविधान ने सभी लोगों को समानता का अधिकार दिया। दबे कुचले वंचित वर्ग की इंसानो की तरह जीने क आंधकार दिया है। इसलिए ये दिन हमारे लिए बहुत महत्व रखता है।
इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश आर्य, पीएमओ डॉ. बीएल मंसुरिया, डॉ. हरीश चौहान, नर्सिंग ऑफिसर अनिल पंवार, रावत बौद्ध रमेश पुनड़, मुकेश हेगड़े सहित कई लोग उपस्थित रहे।