• जागो हुक्मरान न्यूज़

जालोर | एक तरफ देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है दूसरी तरफ पश्चिमी राजस्थान के कई हिस्सों मे अभी भी सामंतवाद हावी है और जालोर जिले में संकीर्ण मानसिकता से झूंझ रहे एक अध्यापक द्वारा पिटाई करने से एक तीसरी कक्षा के एक 9 वर्षीय दलित छात्र की मृत्यु हो जाना इस बात का प्रमाण है। जालोर जिले के सुराणा में विगत दिनों तीसरी कक्षा के छात्र इंद्र मेघवाल द्वारा पानी का मटका छू लेने पर एक अध्यापक द्वारा छात्र के साथ बेरहमी से की गई मारपीट के बाद 9 साल के छात्र इंद्र की आज मृत्यु हो गई।

पिछले करीब 25 दिन से बच्चे का अहमदाबाद में इलाज चल रहा था। इससे पहले उदयपुर में भी इलाज चला था। घटना जालोर जिले के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव की है। प्रारंभिक तौर में सामने आया है कि 20 जुलाई को तीसरी कक्षा के छात्र इंद्र मेघवाल ने मटका छू लिया था। परिजनों का आरोप है कि इस पर स्कूल में तैनात टीचर छैल सिंह ने इतनी पिटाई की थी कि उसकी हालत गंभीर हो गई।

बच्चे के पिता देवाराम ने बताया कि पिटाई के बाद बच्चे की तबीयत खराब होने लगी तो उसे जालोर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले गए। यहां से उसी दिन उदयपुर रेफर कर दिया गया था। यहां भी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो कुछ दिनों बाद अहमदाबाद ले गए थे। इस बीच शनिवार दोपहर इलाज के दौरान मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि पिटाई के दौरान बच्चे के कान की नस फट गई थी। मौत के बाद शनिवार शाम टीचर छैल सिंह को सायला पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पिता का आरोप है कि थप्पड़ मारने के बाद बेटे की स्थिति गंभीर हो गई थी।

इस मामले पर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रावण ने ट्वीट करते हुए लिखा “देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। वही दूसरी तरफ पानी के मटके को छूने पर इतना पीटा गया कि जान ही चली गयी।

आजादी के 75 साल बाद भी 9 साल के दलित बच्चे को जालोर मे जातिवाद का शिकार होना पड़ा। हमे पानी के मटके को छूने की भी आजादी नही! फिर क्यों आजादी का झूठा ढिंढोरा पीट रहे है?”

इस मामले को लेकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट करें कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

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