• जागो हुक्मरान न्यूज़
बालोतरा | पहाड़ों की दुनिया अलग है, यहां कुछ मिनट बिताएंगे तो भी बहुत सुकून मिलता है! ऐसा कहना है पारलू गांव के अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही कैलाश सिंघल का, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही कैलाश सिंघल ने कुछ समय पहले एक ग्रेटेस्ट वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया जो साउथ अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर 151 फीट तिरंगा लहराया था और भी कई पर्वतों पर तिरंगा लहराया है। साथ ही उन्होंने बताया है की चल रही युवाओं की इंटरनेट जिंदगी से वह काफी कुछ भारतीय संस्कृति को भूल रहे हैं। आज के युवाओं को सबसे पहले फिजिकल और दिमागी संतुलन मजबूत बनाना होगा, क्योंकि काफी युवा अपना सपना पूरा नहीं कर पाते हैं तो वह सुसाइड जैसे कदम उठा लेते हैं बल्कि यह करना गलत है, क्योंकि मैंने काफी लोगों को टूटे हुए देखा है जिसमें एक मैं स्वयं हूं, लेकिन कभी टूटना नहीं चाहिए। हमेशा आगे बढ़ते रहना आपकी मंजिल आपका इंतजार करेगी।
इसी के साथ गणतंत्र दिवस से पहले अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही सिंघल जोधपुर की प्रसिद्ध वीर दुर्गादास राठौड की पहाड़ी पर उनके मित्र तेजाराम पन्नू, चंद्रवीर पंवार, हनुमाना राम, वीर दुर्गादास राठौड़ पहाड़ी के सिक्योरिटी अर्जुन सिंह व दलपत सिंह, लक्ष्मण सिंह, वीरेंद्र जांगिड़ आदि के साथ मिल करके 101 फीट तिरंगा लहरा कर संपूर्ण देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। पर्वतारोही सोहन तंवर का कहना है कि मैं हमेशा सिंगल के साथ खड़ा रहता हूं। आशा करता हूं कि वह जल्दी एवरेस्ट को भी फतेह करें। समाजसेवी नरपत सिंह उमरलाई का कहना है कि सिंघल एवरेस्ट को फतह करना चाहते है हम सभी आशा करते हैं कि जल्दी एवरेस्ट पर भी तिरंगा लहराये और भारत देश का नाम रोशन करें ।
Report: Team JHN