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चौमूं | राजस्थान संस्कृत अकादमी जयपुर द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय-संस्कृत सेवि अलंकरणम एवं संस्कृत सप्ताह संपन्नता समारोह में कला एवं संस्कृति विभाग के मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड राजस्थान के अध्यक्ष बृजकिशोर शर्मा, जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय जयपुर के कुलपति प्रोफेसर रामसेवक दुबे, राजस्थान संस्कृत अकादमी जयपुर के अध्यक्ष डॉ. सरोज कोचर एवं राजस्थान संस्कृत अकादमी जयपुर के निदेशक डॉ. राजकुमार जोशी ने राजकीय शास्त्री संस्कृत महाविद्यालय चीथवाड़ी के प्राचार्य डॉ. कैलाश चंद्र बुनकर (मोरदिया) को राज्य स्तरीय संस्कृत सारस्वत विद्वत सम्मान से सम्मानित किया गया। डॉ. बुनकर ने राज्य स्तरीय पर सम्मान पाकर समाज, कॉलेज एवं क्षेत्र का नाम रोशन किया है। डॉ. बुनकर बलाई समाज का नाम अंकित करवा कर अनुसूचित जाति से सम्मानित होने वाले एकमात्र व्यक्ति है।
डॉ. कैलाश चंद्र बुनकर को राज्य स्तरीय संस्कृत सारस्वत विद्वत सम्मान से सम्मानित होने पर बलाई विकास समिति जयपुर के अध्यक्ष एडवोकेट धर्मेंद्र कुमार घसिया, पूर्व अध्यक्ष भंवरलाल हरसोलिया, पूर्व अध्यक्ष नेमीचंद पंवार, मानव जन जागृति संस्थान के प्रदेशाध्यक्ष सौदागर कांदेला, महासचिव मनराज कांटीवाल, रामदेवरा सेवा समिति के अध्यक्ष भंवरलाल सरावता, सेवानिवृत्त एडीएम कालूराम बुनकर, साईवाड मोड़ त्रिवेणी बलाई छात्रावास संस्थान के संरक्षक गणपत वर्मा, महामंत्री व बिलौंची प्रधानाचार्य राजकुमार इन्द्रेश, बलाई विकास समिति जयपुर के उपाध्यक्ष एडवोकेट गिरधारी लाल चौहान, रामावतार बांयला, महासचिव हनुमान सहाय झांटीवाल, उपमहासचिव सुरेन्द्र सिंह हरसोलिया, उपकोषाध्यक्ष गोपाल चंद सोंगण, रामकरण गोठवाल, सचिव गोपाल लाल तंवर, राजकीय कन्या महाविद्यालय गणगौरी बाजार जयपुर के प्राचार्य डॉ. प्रहलाद सहाय बुनकर, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य गोपाल लाल हरसोलिया, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य सीताराम बुनकर, सामाजिक सेवा समिति चीथवाड़ी नन्दलाल मुवाणिया। सेवानिवृत्त अध्यापक गजानंद परिहार, रिछपाल दायमा आदि समाज बंधुओं ने हर्ष जताया।
रिपोर्ट: सुरेन्द्र सिंह हरसोलिया