★ नींव का पूजन कर रखी पहली ईंट, दो सौ कमरे-हाईटैक लाइब्रेरी सहित होगी अनेक सुविधाएं
★ भामाशाहों का किया सम्मान, छात्रावास निर्माण में बढ़चढ़ कर सहयोग करने का आह्वान
• जागो हुक्मरान न्यूज़
बीकानेर | अनुसूचित जाति, जनजाति मानव कल्याण संस्थान द्वारा पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास बनने वाले डॉ. अंबेडकर छात्रावास के लिए शिलान्यास समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों एवं संस्थान के पदाधिकारियों ने छात्रावास निर्माण के लिए शिलान्यास पट्टिका का अनावरण कर तथा नींव का पूजन करते हुए पहली ईट रखी।
समारोह में मुख्य अतिथि आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि यह छात्रावास बनने से समाज के युवाओं को शिक्षा का बेहतर माहौल तथा आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे। उन्होंने बताया कि पंद्रह करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से बनने वाले छात्रावास में 200 कमरों के अलावा हाईटैक लाइब्रेरी, सेमिनार हॉल, कॉन्फ्रेंस हॉल, डायनिंग हॉल, वार्डन निवास भी बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस हॉस्टल को तैयार करने के लिए भामाशाह आगे आएं और अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि जल्दी ही बालिकाओं के लिए भी अलग से छात्रावास बनाने प्रयास किए जाएंगे।
आपदा प्रबंधन मंत्री ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने देश को मजबूत संविधान दिया। इसने प्रत्येक व्यक्ति को समान रूप से आगे बढ़ने के अवसर दिए हैं। उन्होंने शिक्षा को आज की सबसे बड़ी आवश्यकता बताया और कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपने बच्चों को शिक्षित बनाना चाहिए।
संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन ने कहा कि छात्रावास 400 विद्यार्थियों को आगे बढ़ने के अवसर देगा। उन्होंने बेटियों को आगे बढ़ाने की पैरवी की और कहा कि यह छात्रावास आने वाली पीढ़ियों के लिए वरदान साबित होगा।
डॉ. भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन के महानिदेशक मदन गोपाल मेघवाल ने कहा कि बाबा साहेब ने ‘पे बैक टू सोसाइटी’ का सिद्धांत दिया। हमें इसका अनुसरण करते हुए समाज को कुछ ना कुछ देने का प्रयास करना होगा। उन्होंने द मदर केयर्स ट्रस्ट द्वारा पीबीएम अस्पताल में करवाए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। मदन मेघवाल ने भामाशाहों और सेवाभावी लोगों से छात्रावास निर्माण में बढ़चढ़ कर सहयोग के लिए आग्रह किया।
पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने कहा कि छात्रावास के निर्माण में भामाशाहों का योगदान प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का एक- एक पैसा भवन के निर्माण के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। यहां समाज के लोगों की भावना से जुड़ा विषय है।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) ओम प्रकाश ने कहा कि समाज के लिए इतना बड़ा कदम उठाना अच्छी पहल है। उन्होंने किसी भी समाज को आगे बढ़ाने में शिक्षा की आवश्यकता पर बल दिया।
इस दौरान मगनाराम केड़ली, मोडाराम कड़ेला, राजेंद्र बापेऊ और प्रेम मेहरिया ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता राम सिंह मेघवाल ने की।
इस दौरान भवन निर्माण में सहयोग देने वाले भामाशाहों को समाज गौरव सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।
छात्रावास निर्माण के लिए आपदा प्रबंधन मंत्री की ओर से 25 लाख तथा डीएमएफटी फंड से 52 लाख रुपए दिए जाने की जानकारी दी गई। इसके अलावा संस्थान के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एसके बेरी ने 40 लाख रुपए तथा 41 भामाशाहों ने 5- 5 लाख रुपए के सहयोग के लिए आगे आए। अब तक लगभग 3 करोड़ रुपए की सहयोग राशि एकत्रित की गई है।
कार्यक्रम में एस. के. बेरी, केके गोयल, सोहनलाल गोयल, राज्य कर सहायक आयुक्त डॉ. रामलाल पडिहार, शिवकुमार धोलखेड़िया, सुभाष तंवर, सीडीपीओ नवरंग मेघवाल, यूआईटी तहसीलदार कालूराम पडिहार, डॉ. रामकिशोर मेहरा, हजारी देवड़ा, झंवरलाल पन्नू, मंडाल सरपंच शिवलाल मेघवाल, राजकुमार पन्नू, डॉ. सीताराम महरिया, डॉ. कालूराम परिहार, भंवर हटीला, हरिराम परिहार, तोलाराम परिहार, ताराचंद सिरोही, जुगल हाटीला, द मदर केयर ट्रस्ट के सचिव पन्नालाल मेघवाल, मुकेश कुमार जेवरिया, मदन मेघवाल, राजीव, लालचंद लुणा, सुषमा बारूपाल, मनोज श्रीदेव, राजेन्द्र पंवार, रामदेव लंगा, कमल गोयल, सोनु इणखिया, एडवोकेट भैराराम मकवाना, रमन, हरिकिसन, रवीन्द्र कुमार, रामेश्वर बैरवा, इन्द्र कुमार निमोरिया, जगदीश तिवारी, रविदास बोद्ध, नत्थूराम पन्नू, दीनदयाल जनागल, रोहिताश कांटिया, भंवरलाल कोलासर, आदि समाज के प्रबुध गणमान्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन एलआर बीबान ने किया।