राजस्थान के जालौर जिले में संत रविदास की आत्महत्या मामले में बीजेपी विधायक सहित दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।
• जागो हुक्मरान न्यूज़
जालौर | राजस्थान में भरतपुर के बाद जालोर जिले के जसवंतपुरा क्षेत्र के राजपुरा में जमीन विवाद को लेकर एक साधु के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। जिसके बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई। इसके बाद शनिवार को दूसरे दिन पोस्टमार्टम हुआ। संत रविदास के अंतिम संस्कार को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाइश की, संत के समर्थक अड़ गए। लंबे दौर की वार्ता के बाद आत्महत्या के मामले में भीनमाल विधायक पूराराम चौधरी उनके चालक धनसिंह व बीजनाथ के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया गया है।
संत समुदाय भी रविदास महाराज को न्याय के लिए धरने पर पहुंचा। सांचौर के गणेश शिवमठ के पिठाधिश्वर श्री गणेश नाथ जी महाराज सहित कई संत पहुंचे।
संत रविदास के आत्महत्या के बाद अंतिम संस्कार को लेकर आत्महत्या के मामले में ग्रामीणों की तीन मांगों को लेकर वार्ता चली जिसे लेकर अंतिम संस्कार का मामला अटका हुआ रहा। हालांकि प्रशासन की तरफ से समझाने का दौर जारी रहा, हालात को देखते हुए जोधपुर से भी पुलिस अधिकारियों को जालौर भेजा गया। साधु के अंतिम संस्कार को लेकर लोग मौके पर जमा हो गए। सड़क जाम कर प्रदर्शन किया गया और मौके पर एडीएम राजेन्द्र अग्रवाल, जोधपुर ग्रामीण एएसपी सुनील के पंवार, एएसपी डॉ अनुकृति उज्जैनिया ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की ।
बता दें कि शुक्रवार सुबह पुलिस को सूचना मिली थी राजपुरा के बाला हनुमान आश्रम के साधु रविदास का शव पेड़ से लटक रहा है। इस पर पुलिस व प्रशासन मौके पर पहुंचा लेकिन लोग इस बात को लेकर अड़ गए कि आत्म हत्या के लिए उकसाने का आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए । शुक्रवार दिनभर साधु का शव पेड़ से लटका रहा और देर रात को भीनमाल विधायक पुराराम चौधरी, उनके चालक धनसिंह व एक अन्य बिजनाथ के विरुद्ध आईपीसी 306 के तहत मामला दर्ज होने पर पोस्टमार्टम को लेकर सहमति बनी ।शनिवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार को लेकर गतिरोध बढ़ गए समझाइस के बाद साधु का अंतिम संस्कार किया गया ।
ग्रामीणों ने रखीं ये तीन मांगें:-
साधु के शव का अंतिम संस्कार आश्रम के आगे की जमीन पर करने दिया जाए। इसके जवाब में प्रशासन का कहना है कि उक्त जमीन भीनमाल विधायक की खातेदारी जमीन है, जिस कारण सहमति नहीं बन पाई है।
ग्रामीणों ने मांग रखी है कि आश्रम के पास गेर मुमकिन जमीन को आश्रम के नाम किया जाए, प्रशासन का कहना है कि यह सरकार स्तर का मामला है उच्च स्तर से ही निर्णय हो पाएगा ।
ग्रामीणों की मांग है कि इस मामले में उकसाने का आरोप में भीनमाल विधायक के विरुद्ध मामला दर्ज है और उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए। प्रशासन का कहना है कि विधायक के विरुद्ध मामला होने के कारण इसकी जांच सीआईडी सीबीआई कर रही है, तफ्तीश के बाद ही गिरफ्तारी हो सकेगी। स्थानीय पुलिस इस मामले में ऐसा नहीं कर सकती।
वहीं जालोर के जसवंतपुरा क्षेत्र के राजपुरा में साधु रविदास के आत्महत्या के मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने 5 सदस्य कमेटी का गठन किया जो कमेटी इसकी रिपोर्ट बनाकर राज्य सरकार को देगी।