मंत्री गोविंदराम मेघवाल बोले- आरएसएस वाले चाहते हैं वर्ण व्यवस्था लागू हो
• जागो हुक्मरान न्यूज़
जालोर | सांचौर के गणेशनाथ महाराज ने कहा कि एक छात्रावास के निर्माण में 13 साल लग गए। हमें मंथन करना चाहिए कि आखिर इसकी क्या वजह रही। क्योंकि आप लोग आपस में टांग खींचते हाँ, जबकि आपको एक दूसरे का हाथ खींचना चाहिए। वे गुरुवार को रामसीन रोड़ पर मेघवाल समाज के छात्रावास के उद्घान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि 2010 में आवंटित हुई जगह के बावजूद निर्माण में 13 साल लग गए।
इससे पूर्व छात्रावास का उद्घाटन अतिथियों ने फीता काटकर किया। समारोह में शंभूनाथजी सैलानी बाड़मेर एवं गणेशनाथजी महाराज सांचौर का सान्निध्य रहा। मुख्य अतिथि गोविंदराम मेघवाल आपदा प्रबंधन मंत्री एवं हेमाराम चौधरी वन एवं पर्यावरण मंत्री थे। डॉ. शंकर यादव, एससी आयोग डॉ. समरजीतसिंह, पूर्व विधायक गोपाराम मेघवाल, कांग्रेस जिला अध्यक्ष भंवरलाल मेघवाल बतौर विशिष्ट अतिथि रहे। अध्यक्षता अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल ने की। भीनमाल प्रधान किरण भारतीय, जसवंतपुरा प्रधान विमला चौहान, पूर्व जिला प्रमुख मंजू मेघवाल, पूर्व प्रधान रमीला मेघवाल, छात्रावास समिति अध्यक्ष ओटाराम काबाबत मौजूद रहे।
आपदा प्रबंधन मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने कहा कि भीनमाल में छात्रावास बनाकर शिक्षा को महत्व दिया जा रहा है। उन्होंने हमें समानता का अधिकार दिया। इसीलिए मैं आपके सामने मंत्री के रूप में खड़ा हूँ। उन्होंने भाजपा और आरएसएस संघ पर हमला बोलते हुए कहा कि आजादी दिलाने वाले महात्मा गांधी को नाथूराम गोडसे ने गोली मारी थी। वो आरएसएस के लोग आज दिल्ली में बैठे हैं। वे चाहते की वर्ण व्यवस्था लागू हों।
वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि जो बाबा साहब ने संविधान दिया इसका फायदा हम सभी को मिला है। इसलिए बाबा साहब किसी अकेले के नहीं हैं हम सभी के हैं। जो हम राजनीति कर रहे हैं। मेरे राजस्व मंत्री के कार्यकाल में केवल मेघवाल समाज को नहीं सभी समाजों को छात्रावास के लिए जमीन दी थी। एससी आयोग के शंकर यादव ने बताया कि आज भीनमाल में शिक्षा के क्षेत्र में बाबा साहब का सपना कर रहे अब ऐसी शुरुआत पूरे राजस्थान में होगी।
गोपाराम मेघवाल ने कहा कि शिक्षा के साथ राजनीति में आगे बढ़ना होगा। पूर्व विधायक डॉ. समरजीत सिंह ने कहा कि मैंने आपके छात्रावास के लिए जमीन आवंटित करने में सहयोग किया, यह मेरा कर्तव्य है। आप कई वर्षों से राजनीति में मेरा सहयोग करते हो इसलिए मैं भी बोलता हूं आपकी वजह से मेरी गिनती 30 हजार से शुरू होती है।