अनिल नागौरी, रामसा कड़ेला सहित दर्जनों कलाकारों ने दी शानदार प्रस्तुतियां
• जागो हुक्मरान न्यूज़
नोखा | मनुष्य जीवन सदैव सत्कर्मों से ही पहचाना जाता हैं। अच्छे कर्म करने वालों को लोग सदियों तक स्मरण करते हैं। अमर शहीद कालूराम इंदलिया ने अपने जीवन में स्वाभिमान व समाजसेवा के लिए अनेक कार्य किए। उनकी शहादत के बाद भी सभी लोग श्रद्धा से नमन करते है।
ये विचार गुरुवार को बादनूं में अपराजित योद्धा अमर शहीद कालूराम इंदलिया की स्मृति में आयोजित विशाल सत्संग संध्या में संत्संग प्रेमी व प्रबुद्ध लोगों ने व्यक्त किए।
सत्संग संध्या का आगाज स्थानीय गायक कलाकार गिरधारी लाल पंवार ने गुरु वंदना से करते हुए सुंदर प्रस्तुतियां दीं।
सत्संग संध्या में प्रसिद्ध गायक कलाकार अनिल नागौरी ने चिर परिचित अंदाज में ‘बलिहारी जावा ओ म्हारा सतगुरु आंगण आया, म्हारे कालू दादा र गांव दीवला जागिया, लाग्या र बाण म्हारे सबद गुरु रा, ओ कंचन वाली काया र, छोटोड़ी उमर में थोड़ो जीवनों र, मीठा बोलो नी आदि भजन सुनाए तो श्रोता मंत्रमुग्ध हो उठे। देर रात तक भजनों को सुनने के लिए हजारों श्रोता मौजूद रहे।
मनुष्य को सुधारने के लिए सत्संग के सिवाय कोई दूसरा उपाय नहीं है। बिना सत्संग के व्यक्ति को विवेक की प्राप्ति नहीं होती ।उक्त विचार व्यक्त करते हुए जोधपुर आकाशवाणी गायक कलाकार रामचन्द्र कड़ेला (रामसा कड़ेला) ने ‘आजादी चावो तो भाईडा लड़ता रहिज्यो, कालूराम सरीखा शहीदा न भूल मत जाइज्यो, इण सुतेडे समाज न जगावणों पड़ेला’ जैसी प्रस्तुतियों से समां बांधा।
एनएमजी स्टूडियो नोखा के डायरेक्टर जसमल इंदलिया ने ‘बीरा म्हारा मानखो जावे मूंगा मोल रो, आछी करनी से पायो मानखो’ व शिव राजस्थानी ने ‘भाग भला ज्याने सतगुरु मिल्या’ जैसी बेहद सुंदर प्रस्तुतियां दी।
नोखा के सुन्दर तालनिया ने अपने अंदाज में अपनी स्वर लहरियों को बिखरते हुए ‘कालूराम जी महान स्वाभिमानी दे दीनी कुर्बानी, सिद्ध पुरुष हैं कालूराम जी’, सूरतगढ़ की सरोज मायल ने ‘कालूजी वीर विख्याता ज्यानें भूला नहीं दिन राता’, रोड़ा नोखा के पूनम बायलान ‘धिन धिन भारत भाग्य विधाता भीमराव उपकार कियो’, नोखा के नीरज बिश्नोई ने ‘बोले मेरा सतगुरू अमृत वाणी’ जैसी प्रस्तुतियां देकर सत्संग प्रेमियों का मन जीत लिया।
इससे पूर्व कार्यक्रम में पधारे जनप्रतिनिधियों व समाज के मौजीज लोगों ने शहीद कालूराम की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
युवा नेता मगनाराम केडली ने अपने उद्बोधन में उपस्थित समाजबंधुओं से शहीद कालूराम के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से प्रेरणा लेकर उनके मिशन को आगे बढ़ाने की बात कही।
सत्संग संध्या में पधारे सभी कलाकारों का आयोजन समिति की ओर से माला, साफा पहनाकर व स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया गया।
सत्संग संध्या में शिक्षाविद् प्रधानाचार्य मनराज कांटीवाल ने गायक कलाकारों को मानव समाज जागृति संस्थान राजस्थान की वार्षिक स्मारिका जागृति की प्रति भेंट की।कार्यक्रम का सफल संचालन ओ पी हटिला ने किया।
कई जनप्रतिनिधियों व प्रबुद्धजनों ने की शिरकत- सत्संग संध्या में नोखा विधानसभा से युवा नेता मगनाराम केड़ली, शहीद कालूराम मेघवाल सेवा समिति नोखा के अध्यक्ष व पूर्व सरपंच हीरालाल ढाल लालमदेसर बड़ा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बीकानेर के जिलाध्यक्ष दाना राम घिंटाला, पूर्व सरपंच रेखा राम कालवा रीडी, पूर्व सरपंच शंकर लाल मेहरड़ा मुकाम, शहीद कालूराम मेघवाल सेवा समिति नोखा के कोषाध्यक्ष राम दयाल मेहरड़ा, पूर्व सरपंच नवरत्न बादनूं, शिक्षाविद् प्रधानाचार्य मनराज कांटीवाल, जागो हुक्मरान समाचार पत्र चूरू के संपादक धर्मपाल चंदेल, पूर्व सरपंच ओंकार ढाल लालमदेसर छोटा, श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ (राजस्थान) के प्रदेश मंत्री सोहन लाल बिदासारिया, बसपा नेता कमल बापेऊ, एडवोकेट लाखन चौहान, सेवानिवत्त केशियर चुनाराम तालनिया, रिटायर्ड एसआई रामचन्द्र भरनावा, रिटायर्ड प्रधानाध्यापक मोहन राम ढाल, गिरदावर धन्नाराम गौड़, रामलाल जसैल, सहित बड़ी संख्या में हस्तियों ने शिरकत की। कार्यक्रम में प्रदेश भर से जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, समाजसेवी व प्रबुद्ध जन आए।
कार्यक्रम का लाइव प्रसारण आरएमजी स्टूडियो द्वारा किया गया। सत्संग संध्या में बड़ी संख्या में मातृ शक्ति भी मौजूद रही। पूरी रात सामुदायिक भवन का ग्राउंड सत्संगप्रेमी लोगों से भरा रहा। सत्संग संध्या में सभी समाजबंधुओं के लिए शहीद कालूराम मेघवाल सेवा समिति की ओर से भोजन प्रसादी की अच्छी व्यवस्था की गई।
कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे रहे कार्यकर्ता– समिति के अध्यक्ष हेतराम, सचिव खुमाराम, कोषाध्यक्ष चंदू लाल मायल, पूर्व अध्यक्ष जीवन राम, रिटायर्ड एसआई रामचन्द्र भरनावा, व्याख्याता देवाराम इंदलिया, व्याख्याता देवीलाल इंदलिया, नेमाराम मेहरड़ा, छगन इंदलिया, भंवर चालिया, भंवर इंदलिया, पीराराम, वार्ड पंच फूसराम, मोहनलाल, दीपाराम, सेठाराम, मनोज, सीताराम, रणजीत, राजूराम, नितेश, बाबूलाल, हुकमाराम सहित समिति के सदस्य व समाज बंधु जुटे रहे।