रतनगढ | निवासी स्व. शंकर लाल जसैल के बड़े पुत्र देवेन्द्र कुमार जसैल का विवाह रामगढ़ निवासी भंवरलाल तालणिया की पुत्री माया के संग हुुआ।
विवाह में दहेज के रूप में एक रूपया नारियल लेकर विवाह का दस्तुर किया गया और समाज में नई मिसाल कायम की। वर्तमान दौर में दहेज प्रथा ने विकराल रूप धारण कर कई बसते घरों को उजाड़ दिया है। दहेज रुपी दानव को खत्म करने के लिए जसैल परिवार ने दहेज नहीं लेकर समाज को अच्छा संदेश दिया।
इस मौके पर बुधाराम जसैल, प्रहलाद राय जसैल, तेजकरण जसैल, प्रभु दयाल जसैल, नोरगलाल जसैल, रामनिवास तालणिया, रवीन्द्र कुमार, प्रदीप कुमार तालणिया, रजनीश कुमार और समाज के प्रबुद्ध जन, समाजसेवी, राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों ने वर वधू को उज्ज्वल भविष्य की मगलकामनाए दी। जागो हुक्मरान समाचार पत्र परिवार की ओर उज्ज्वल भविष्य की मगलकामनाए।
Reporter- M.R. Mandiwal